Varanasi: कमिश्नर ने अफसरों की लगाई क्लास, जानें क्यों ….

कज्जाकपुरा आरओबी निर्माण में लगातार देरी सेतु निगम पर विभागीय कार्रवाई का दिया निर्देश

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वाराणसी के मंडलायुक्त कौशल राज शर्मा की अध्यक्षता में वाराणसी परिक्षेत्र के अंतर्गत लम्बित निर्माणाधीन परियोजनाओं की सोमवार को विभागवार बैठक हुई. इस दौरान मंडलायुक्त ने विभागीय अधिकारियों की क्लास लगाई और कहाकि हर हाल में निर्माणाधीन परियोजनाओं का काम दस अप्रैल तक पूरा करें. कमिश्नर ने रवीन्द्रपुरी कॉलोनी में जल संस्थान द्वारा पूर्व में सीवर लाइन हेतु स्वीकृत किये गये टेंडर की जांच के लिए तीन सदस्यीय समिति बनाकर जांच करने का निर्देश दिया. कहाकि इसकी रिपोर्ट एक सप्ताह में दे. दोषी पाये जाने पर टेंडर से सम्बंधित अधिकारियों के वेतन से धन की वसूली की जाय.

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कमिश्नर ने एनएचएआई के वाराणसी-रिंग रोड फेज-2 के तहत चल रहे कार्य की समीक्षा की. इस कार्य को पूरा करने की अवधि फरवरी 2024 निर्धारित थी. एनएचएआई अधिकारी ने बताया कि चंदौली में दो आरओबी की डिजाइन पॉलिसी के कार्य पेंडिंग होने के कारण देरी हुई. इसके एक आरओबी का काम 30 अप्रैल और दूसरे का दिसम्बर 2024 तक पूरा करा लिया जायेगा. रेलवे के अधिकारी ने बताया कि निर्माणाधीन यार्ड रिमाडलिंग फेज-2 के कार्यों को अप्रैल तक पूरा करा लिया जायेगा. इस दौरान कमिश्नर ने निर्माणाधीन कज्जाकपुरा रेलवे ओवर ब्रिज (आरओबी) निर्माण में देरी और डिजाइन में बार-बार बदलाव करने पर विलंब के लिये राजकीय सेतु निगम को सभी कार्य 15 अप्रैल तक नहीं पूरा कराने पर शासन को पत्र प्रेषित करने की बात कही. कहाकि विभागीय शिथिलता बरतने पर सम्बंधित के खिलाफ कार्रवाई के लिए पत्र भेजा जाएगा. कहाकि चीफ इंजीनियर को मौके पर मौजूद रहकर कार्यों को पूरा कराएं.

निर्माणाधीन छह सड़कों में देरी के लिए ठेकदार पर जुर्माना लगाने का निर्देश

लोकनिर्माण विभाग द्वारा छह लेन मोहनसराय-कैंट चौड़ीकरण, चार लेन चौड़ीकरण कचहरी-संदहा मार्ग व लहरतारा-बीएचयू से लगायत विजया सिनेमा तक चार लेन चौड़ीकरण के कार्य और वाराणसी-आजमगढ़ मार्ग वाया काली माता मंदिर से रिंग रोड तक चार लेन चौड़ीकरण के कार्य कराये जा रहे हैं. इसकी समयावधि दिसम्बर 2023 थी, लेकिन यह कार्य समय से पूरे नही हो सके. इसके जवाब में लोक निर्माण के चीफ इंजीनियर ने बताया गया कि मोहनसराय-कैंट चौड़ीकरण एवं सुदृढ़ीकरण का कार्य जून तक पूरा होगा. कचहरी-संदहा मार्ग व वाराणसी-आजमगढ़ मार्ग वाया काली माता मंदिर से रिंग रोड तक का कार्य 15 अप्रैल तक पूरा करा लिया जाएगा. इस पर मंडलायुक्त ने नाराजगी जाहिर करते हुए सभी छह निर्माणाधीन सड़कों को 10 अप्रैल तक पूरा करने का निर्देश दिया. इसके साथ ही अब तक हुई देरी के लिए ठेकेदार पर जुर्माना लगाने का निर्देश दिया. चीफ इंजीनियर ने बताया गया कि फरवरी तक का जुर्माना एक करोड़ रुपये लगाया जा चुका है और आगे भी जुर्माना लगाया जाएगा. मंडलायुक्त ने सभी सड़कों पर पौधरोपण कार्य में तेजी लाने और उसे 31 मार्च तक पूरा करने का निर्देश दिया. कहाकि यदि यह कार्य तय समय में नही हुआ तो सभी की जिम्मेदारियों तय करते हुए कार्रवाई की जायेगी. उन्होंने डीएफओ को निर्देशत किया कि सभी छह सड़कों पर स्वीकृत प्रकृति के पौधे लगाने की रिपोर्टिंग, पहले से लगे पेड़ों की संख्या आदि का सर्वे कराकर दो दिन में रिपोर्ट दें.

पड़ाव-टेंगरा मोड़ रामनगर और वाराणसी-भदोही फोर लेन दस अप्रैल तक होगा पूरा

लोकनिर्माण विभाग द्वारा पड़ाव-टेंगरा मोड़ रामनगर चार लेन और वाराणसी-भदोही चार लेन मार्ग चौड़ीकरण व सुदृढ़ीकरण कार्य जनवरी 2024 तक पूरा होना था. इसके बारे में विभागीय अधिकारी ने बताया कि इसे 10 अप्रैल 2024 तक पूरा करा लिया जायेगा. राजकीय निर्माण निगम द्वारा सेंट्रल जेल में गतिमान 48 टाइप-2 ब्लॉक और 15 डबल स्टोरी बैरक, पिंडरा के कुरु में निर्माणाधीन राजकीय पालीटेक्निक, अर्बन हाट समेत सभी निर्माणाधीन छह कार्यों को जुलाई 2024 तक पूरा करने को कहा गया. सारनाथ के तिब्बती संस्थान में निर्मित सोवा-रिग्पा भवन के कार्य के बारे में बताया गया कि 98 प्रतिशत कार्य पूरा हो चुका है. शेष कार्य 30 मार्च तक पूरे हो जाएंगे. विकास प्राधिकरण उपाध्यक्ष पुलकित गर्ग ने बताया कि सारनाथ में चल रहे प्रो-पुअर टूरिज्म के निर्माणाधीन कार्य 75 प्रतिशत पूरा करा लिया गया है. पुरानी काशी के 6 वार्डों में लैकफेड द्वारा कराये जा रहे सुंदरीकरण के कार्यों को 31 मार्च तक नहीं किया गया. इस पर कमिश्नर ने कहाकि उसका सर्वे कराया जाय और कार्यों में शिथिलता के आरोप में तीनों ठेकेदारों और लैकफेड से स्वीकृत 27 करोड़ की धनराशि वसूल करते हुए पर्यटन विभाग को वापस कराई जाएगी. बैठक में जिलाधिकारी एस राजलिंगम, मुख्य विकास अधिकारी हिमांशु नागपाल, लोकनिर्माण, सेतु निगम, राजकीय निगम समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी रहे.

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