वाराणसी : CAA के खिलाफ BHU के प्रोफेसरों ने खोला मोर्चा, सिग्नेचर कैंपेन चलाकर जताया विरोध
सीएए के खिलाफ प्रदर्शन जारी है। बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी में छात्रों के बाद अब प्रोफेसरों ने भी मोर्चा खोल दिया है। बीएचयू के अलग-अलग संकाय और विभागों के 51 प्रोफेसरों ने प्रेस रिलीज जारी करके सरकार के इस नए कानून का विरोध किया है।
चलाया सिग्नेचर कैंपेन-
#वाराणसी– #CAA के खिलाफ प्रदर्शन जारी
–#बीएचयू में छात्रों के बाद प्रोफेसरों ने खोला मोर्चा
-सिग्नेचर कैम्पेन चलाकर जताया विरोध
–#नागरिकता_संशोधन_कानून के खिलाफ 51 प्रोफेसरों जारी किया प्रेस रिलीज pic.twitter.com/0y1JKMu5l6— Journalist Cafe (@journalist_cafe) December 26, 2019
सीएए का विरोध करने वाले प्रोफेसरों ने प्रेस रिलीज जारी करने के साथ ही सिग्नेचर कैंपेन भी चलाया है। नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सिग्नेचर करने वाले प्रोफेसरों में से कुछ बीएचयू आईआईटी से भी जुड़े हैं। इन प्रोफेसरों ने सीएए को वापस लेने की मांग की। साथ ही इस कानून को बांटने वाला बताया। प्रोफेसरों का कहना है कि जिस तरह से जामिया मिलिया इस्लामिया सहित देश के कई अन्य विश्वविद्यालय में कानून का विरोध हो रहा है, उसका समर्थन होना चाहिए।
CAA पर बंटे बीएचयू के छात्र-
सीएए पर बीएचयू के छात्रों में दो फाड़ देखा जा रहा है। कुछ छात्र इस कानून का पुरजोर विरोध कर रहे हैं। जिला प्रशासन ने बीएचयू के 12 छात्रों के खिलाफ केस भी दर्ज कराया है। विरोध का आलम ये है कि पिछले दिनों दीक्षांत समारोह के दौरान एक छात्र ने अपने डिग्री लेने से भी इंकार कर दिया था।
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