वाराणसीः KIA MOTORS की एजेंसी दिलाने के नाम पर ठगे 72 लाख रूपये, बिहार के छह जालसाज चढ़े हत्थे
साइबर क्राइम पुलिस थाने ने किया गिरफ्तार, बिहार के नालंदा के रहनेवाले हैं गिरोह के लोग
किया मोटर्स (KIA MOTORS) की एजेंसी दिलाने के नाम पर 72 लाख रूपये की ठगी करनेवाले अंतरराज्यीय साइबर ठगों के गिरोह के छह लोगों को साइबर क्राईम थाने की पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह सभी जालसाज बिहार के नालंदा जिले के निवासी हैं. पुलिस ने इनके पास से 30900 रूपये, करीब दस लाख कीमत का मल्टीमीडिया एंड्राइड/आईओएस मोबाइल फोन, इंटरनेट डोंगल, फर्जी पेमेंट इन्वाइस की प्रति, इंटेंट लेटर और इनलिस्टमेंट लेटर, पीएनबी का डेबिट कार्ड, दो वीआई कम्पनी का सिमकार्ड बरामद किया है. इन जालसाजों के खिलाफ पिछले साल पटना (बिहार) के पत्रकार नगर थाना में धोखाधड़ी का मुकदमा दर्ज हो चुका है.
Also Read: शिवपाल नहीं लाल बिहारी यादव को अखिलेश ने बनाया नेता प्रतिपक्ष
पुलिस ने सोमवार को जालसाजों को मीडिया के सामने पेश कर घटना का खुलासा किया. बताया कि पकड़े गये जालसाजों में नालंदा (बिहार) के गिरियक थाना क्षेत्र के दशरथपुर के दीपक कुमार, प्रभात कुमार उर्फ चिकू, सौरव कुमार और आलोक कुमार हैं. इसके अलावा मानपुर थाना क्षेत्र के सरबहदी के हिमांशु राज और रघु बिगहा गांव के अभिषेक कुमार हैं.
फर्जी वेबसाइट/ईमेल बनाकर की धोखाधड़ी
इन जालसाजों ने KIA MOTORS कम्पनी के नाम की फर्जी वेबसाइट/ईमेल बनाई. फिर इसके जरिए उन्होंने भेलूपुर थाना क्षेत्र के गौरीगंज निवासी तेजस्वी शुक्ला से सम्पर्क किया. जालसाजों ने अपने को किया मोटर्स कम्पनी का रिपरजेंटेंटिव बताया और तेजस्वी को वाहन की एजेंसी दिलाने का झांसा दिया. इसके बाद कूट रचित दस्तावेज जैसे इनलिस्टमेंट लेटर, इंटेंट लेटर आदि भेजा. के बाद कम्पनी के तथाकथित बैंक खाते में रजिस्ट्रेशन फीस, सिक्योरिटी मनी, जीएसटी के नाम पर विभिन्न खातों में पैसे मंगवाए. इसके बाद फर्जी (INVOIC) भेजकर तेजस्वी को झांसे में लेकर साइबर ठगी की. इस गिरोह ने षड़यंत्र के तहत वेबसाइट/ई-मेल से लीड प्राप्त किया, फर्जी सिम का इस्तेमाल कर काल किया, म्यूल बैंक खाते बनवाए और इंटरनेट बैंकिंग के जरिए सारा खेल किया. गिरोह के लोग चालाक और तकनीकी रूप से दक्ष और साइबर अपराध करने के अभ्यस्त हैं.
पहचान छिपाने को करते हैं फर्जी सिम, म्यूल बैंक खातों का प्रयोग
गिरोह के लोग साइबर अपराध के तौर तरीकों से भलिभांति परिचित हैं और अपनी पहचान छिपाने के लिए फर्जी सिम, म्यूल बैंक खातों का प्रयोग करते हैं. इन्हें गिरफ्तार करनेवाली पुलिस टीम में प्रभारी निरीक्षक विजय नारायण मिश्र, निरीक्षक राकेश कुमार गौतम, राजकिशोर पांडेय, एसआई सतीश सिंह, नीलम सिंह, हेड कांस्टेबल आलोक कुमार सिंह, प्रभात कुमार द्विवेदी, गौतम कुमार, गोपाल चौहान, रविकांत जायसवाल, कांस्टेबल चंद्रशेखर यादव, दिलीप कुमार, देवेंद्र कुमार, पृथ्वीराज सिंह, पुनीता यादव, अंकित कुमार प्रजापति आदि रहे.