गर्भवती महिलाएं वैक्सीन लगवाएं या नहीं?

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कोरोना महामारी पूरी दुनिया को अपनी चपेट में लिए हुए है। ऐसे में मास्क और डिस्टेंसिंग से बचाव संभव है, लेकिन वैक्सीन को ही इस बीमारी के खिलाफ सबसे बड़ा हथियार बताया गया। अच्छी बात ये है कि देश में दो स्वदेशी वैक्सीन का निर्माण होने के साथ ही वैक्सीनेशन प्रोग्राम शुरू कर दिया गया।

1 मई से देश के कई राज्यों में 18 साल से ऊपर के सभी लोगों वैक्सीन लगना शुरू हो जाएगी। ऐसे में मेडिकल विशेषज्ञ ने वैक्सीन से जुड़े कई सवालों के जवाब दिए। गर्भवती को वैक्सीन लगाई जा सकती है या नहीं? विशेषज्ञ ने बताया कि ICMR द्वारा इसको लेकर कोई गाइडलाइन जारी नहीं की गई। इसी कारण गर्भवति महिला को वैक्सीन नहीं लगाई जा रही। नीचे जानिए गर्भवती महिलाओं से जुड़े उन सवालों के जवाब जो शायद आपके मन में भी होंगे।

 

कोरोनाकाल में क्या सावधानियां रखना चाहिए?

गर्भावस्था में रोग प्रतिरोधक क्षमता पर सबसे पहले असर पड़ता है, ऐसे में जागरूकता के साथ मां का ध्यान रखना बेहद जरूरी हो जाता है। महिलाएं जरूरत न होने पर घर से बाहर न निकलें, अगर बाहर जाना जरूरी है, तो डबल मास्क और हेड गियर पहनकर निकलें। खाने-पीने का ध्यान अवश्य रखें, पानी भरपूर मात्रा में ते रहें, प्रोटीन और विटामिन से भरपूर खाने के साथ ही रेशेदार फल खिलाएं।

बच्चा पीता है दूध, ऐसे में वैक्सीन लगवाएं?

ICMR द्वारा इससे रिलेटेड गाइडलाइन जारी नहीं की गई, दूसरे देशों में गाइडलाइन जारी कर दी गई। ऐसे में कुछ समय इंतजार करना बेहतर विकल्प है। सरकार द्वारा नई गाइडलाइ बनने के बाद आप बेहतर निर्णय ले पाएंगे।

 

मां संक्रमित हो गई, ऐसे में बच्चे को दूध पिलाएं ?

मां संक्रमित है, लेकिन बुखार नहीं है तो डबल मास्क, हेडगियर पहनें व हाथों को सैनिटाइज करने के बाद बच्चे को दूध पिलाएं। अगर आपको बुखार है तो अपना दूध निकाल कर बोतल में भरें और परिजन की मदद से बच्चे को पिलाएं। बच्चे से 6 फीट की दूरी अवश्य बनाए रखें।

 

गर्भवती पत्नी रेमडेसिविर लगवाएं ?

अमेरिकी रिसर्च के अनुसार रेमडेसिविर इंजेक्शन के उपयोग की अनुमति विशेष परिस्थितियों में दी गई। ऐसे में जरूरी है कि आप अपने डॉक्टर से सलाह लें, वे ही आपको इस परिस्थिति में बेहतर जवाब दे पाएंगे।

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पूर्ण गर्भावस्था में नॉर्मल डिलीवरी होगी?

संक्रमण का डिलीवरी की प्रक्रिया पर असर नहीं पड़ेगा। गर्भवती का ब्लड प्रेशर संतुलित है और अन्य परेशानी नहीं है तो सामान्य डिलीवरी में ज्यादा परेशानी नहीं होगी। दूसरी कुछ समस्या होने पर डॉक्टर ऑपरेशन की सहायता से डिलीवरी करवा सकते हैं।

परिवार वालों ने जांच से किया मना, ऐसे में क्या करें?

अगर लक्षण हैं तो जितना जल्दी हो सके जांच करवाकर इलाज शुरू करवाएं। परिवार वालों से कहकर खून की जांच व अन्य जांचें भी जल्द से जल्द करवाएं। इन्फेक्शन बढ़ने से बच्चे को परेशानी का मामला अभी तक सामने नहीं आया है, लेकिन जांच न कराने से आपकी परेशानी बढ़ सकती है।

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