इस मामले में दूसरे राज्यों के मुकाबले पिछड़ गया उत्तर प्रदेश

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मानसून आने के बाद भी अच्छी बारिश न होने से उत्तर प्रदेश के किसानों की उम्मीदें एक बार फिर से सूख गई हैं। खरीफ की फसलों की बुवाई और धान की रोपाई करने के मामले में यूपी (Uttar Pradesh) एक बार फिर से दूसरे राज्यों के मुकाबले पिछड़ गया है। सूबे में सूखे के बढ़ते आसार को देखते हुए राज्य सरकार अलर्ट हो गई है।

कृषि निदेशालय ने जारी किया अलर्ट

मौसम विभाग की मानें तो यूपी (Uttar Pradesh) के बुंदेलखंड से लेकर पूर्वांचल और पश्चिमी यूपी के जिले बारिश की बूंदों के लिए तरस गए हैं। कई जिलों में सामान्य से 40 से 60 फीसदी तक कम बारिश हुई है। जिसमें करीब 26 जिले शामिल हैं। ऐसे हालातों को मद्देनजर रखते हुए कृषि निदेशालय ने अधिकारियों को अलर्ट जारी कर दिया है।

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सिर्फ 37 फीसदी खेती पर हुई है बुवाई

किसानों की खेती की बात करें तो हालात ऐसे हो गए हैं कि अभी तक सूबे की 37 प्रतिशत  खेती की बुवाई और धान की रोपाई हो पाई है।  अब ऐसे में कृषि विभाग किसानों की तरफ से की गई बुवाई और धानों की रोपाई के आंकड़े मंगवा रही है जिससे पता चल सके कि पिछले साल के मुकाबले इस बार बारिश न होने से खेती पर कितना असर पड़ रहा है।

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इन जिलों में सामान्य से कम हुई है बारिश

अगर सामान्य से कम बारिश वाले जिलों की बात करें तो इन जिलों में चित्रकूट, मऊ, वाराणसी, संतकबीरनगर, रामपुर, बस्ती, जालौन, कुशीनगर, ललितपुर, गाजीपुर, चंदौली, महोबा, बलिया, फतेहपुर, कौशांबी, कासगंज, आजमगढ़ गौतमबुद्ध नगर, पीलीभीत, कानपुर देहात, बदायूं, इटावा जैसे जिले शामिल हैं। इन जिलों में सामान्य से 40 फीसदी से 60 फीसदी तक कम बारिश हुई है।

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