ताबड़तोड़ हत्या की वारदातों से दहला उत्तर प्रदेश, विपक्ष ने साधा योगी सरकार पर निशाना
उत्तर प्रदेश में अपराधियों के हौंसले बुलंद है। अभी सहारनपुर के दो पत्रकार की हत्या का मामला ठंडा हुआ भी नहीं था कि प्रयागराज में 12 घंटे में 6 हत्याओं से संगमनगरी दहल उठी। पिछले 24 घंटों में अलग-अलग जिले में हुई ताबड़तोड़ आपराधिक वारदातों ने उत्तर प्रदेश पुसिल पर सवालिया निशाना खड़ा कर दिया है।
सहारनपुर और प्रयागराज में हुई हत्याओं को लेकर विपक्ष सूबे की योगी सरकार पर हमलावर है। उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने सरकार पर हमला बोला।
‘उत्तर प्रदेश अब हत्या प्रदेश’-
सपा अध्यक्ष ने ट्वीट कर उत्तर प्रदेश को ‘हत्या प्रदेश’ बताया। उन्होंने कहा, ‘सहारनपुर के पत्रकार भाइयों की हत्या के बाद प्रयागराज में 12 घंटों में 6 हत्या! बिगड़ती क़ानून व्यवस्था से उत्तर प्रदेश अब #HatyaPradesh बनता जा रहा है। क्या भाजपा यू॰पी॰ की यही पहचान बनाना चाहती है? जब जनता को जान का भरोसा ना हो तो फिर कैसा विकास और किस पर विश्वास?’
सहारनपुर के पत्रकार भाइयों की हत्या के बाद प्रयागराज में 12 घंटों में 6 हत्या!
बिगड़ती क़ानून व्यवस्था से उत्तर प्रदेश अब #HatyaPradesh बनता जा रहा है। क्या भाजपा यू॰पी॰ की यही पहचान बनाना चाहती है? जब जनता को जान का भरोसा ना हो तो फिर कैसा विकास और किस पर विश्वास?
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) August 19, 2019
मायावती ने भी किया वार-
इसके अलावा बहुजन समाज पार्टी (बसपा) सुप्रीमो मायावती ने कहा कि यूपी में जंगलराज चल रहा है। उन्होंने कहा, ‘यूपी की भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि यहाँ गुण्डों, बदमाशों, माफियाओं आदि का जंगलराज चल रहा है, जिस कारण अब पूरे प्रदेश में हर प्रकार के अपराध चरम पर हैं तथा हत्याओं की तो बाढ़ सी आ गयी लगती है। हर कोई असुरक्षित महसूस कर रहा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण है।’
यूपी की भाजपा सरकार में कानून का नहीं बल्कि यहाँ गुण्डों, बदमाशों, माफियाओं आदि का जंगलराज चल रहा है, जिस कारण अब पूरे प्रदेश में हर प्रकार के अपराध चरम पर हैं तथा हत्याओं की तो बाढ़ सी आ गयी लगती है। हर कोई असुरक्षित महसूस कर रहा है, जो अति-दुःखद व अति-दुर्भाग्यपूर्ण है।
— Mayawati (@Mayawati) August 19, 2019
प्रदेश की पुलिस बदमाशों के आगे पस्त नजर आ रही है। प्रदेश की इन घटनाओं से पुलिस की कार्यप्रणाली पर सवाल उठा रहे हैं।