देखें वीडियो : 40 रु. में आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह का पर्दाफाश
आधार कार्ड जिसे देश के हर नागरिक की विशिष्ठ पहचान कहा जाता है, आजकल उसमें भी लोग सेंध लगाने की कोशिश कर रहे हैं। आपको बता दें कि यूपी एसटीएफ ने एक ऐसे गिरोह का पर्दाफाश किया है जो यूआईडीएआई द्वारा निर्धारित बायोमैट्रिक मानक को Bypass एवं Clone Finger Print बनाकर फर्जी आधार कार्ड बना रहे थे। आईजी एसटीएफ अमिताभ यश ने बताया कि इन आरोपियों को कानपुर से गिरप्तार किया गया है।
वीडियो :
महज 40 रुपए में बेंचते थे आधार
इनके पास से बारी मात्रा में आधार कार्ड बनाने वाले उपकरण भी बरामद किए हैं। इन आरोपियों ने बताया कि इनके द्वारा बनाए गए आधार कार्ड को वो महज 40 रुपए में लोगों को बेंचते थे। अब ऐसे में देश में कौन कहां कहा रहने वाला है और उसकी क्या पहचान है कहना मुश्किल हो जाएगा।
फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले उपकरण बरामद
एसटीएफ ने 10 शातिर आरोपियों को गिरफ्तार किया है। गिरफ्तार किये गये अपराधियों के नाम सौरभ सिंह, शुभम सिंह, शोभित सचान, शिवम कुमार, मनोज कुमार, तुलसीराम, कुलदीप सिंह, चमन गुप्ता, गुड्डू गोंड, सतेंद्र कुमार हैं। इनके कब्जे से पुलिस ने 11 लैपटॉप, 38 कृत्रिम फिंगर प्रिंट कागज पर, 46 कृत्रिम फिंगर प्रिंट कैमिकल निर्मित, 12 मोबाइल फोन, 2 स्कैनर डिवाइस, 2 रेटिना स्कैनर, 8 रबर स्टैंप 18 आधार कार्ड और 1 वेब कैम समेत अन्य सामान भी बरामद किए हैं।
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यूपी एसटीएफ को मिल रही थी शिकायतें
यूपी एसटीएफ को लगातार फर्जी आधार कार्ड बनाने वाले गिरोह के सक्रिय होने की सूचना मिल रही थी। आईजी एसटीएफ ने बताया कि Tempered Client Application के माध्यम से ऑपरेटर्स और एनरोलमेंट एजेंसी के अनाधिकृत ऑपरेटर्स अनिवार्य प्रमाणित लॉगिन आई0डी0 का दुरुपयोग करके और बाईपास कर फर्जी आधार कार्ड बनाते थे। इस सम्बन्ध में UIDAI के डिप्टी डायरेक्टर ने साइबर क्राइम थाना लखनऊ में मुकदमा दर्ज कराया था। आईजी ने प्रेस वर्ता के दौरान बताया कि इसके पहले भी फर्जी आधार कार्ड के सम्बन्धित देवरिया व कुशीनगर में भी एफआईआर दर्ज कराई जा चुकी है।
अन्य लोगों की तलाश जारी
पूछताछ में आरोपियों ने खुलासा हुआ है कि इन लोगों ने सरकारी साइट को हैक करके फर्जी आधार कार्ड बनाए हैं। गिरफ्तार अपराधियों के खिलाफ साइबर क्राइम थाना लखनऊ में आईपीसी की धारा 419, 420, 467, 471, 473, 474, 34 और आईटी एक्ट के तहत केस दर्ज किया गया है। आईजी एसटीएफ ने बताया है कि इस गिरोह से जुड़े अन्य अपराधियों के नाम सामने आये हैं, जिनकी तलाश की जा रही है।
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