उत्तर प्रदेश के बदायूं में 44 साल के एक व्यक्ति ने उस समय कथित तौर पर जहर खाकर अपनी जान दे दी जब पुलिस छाापा मारने के लिए उसके घर पर पहुंची। उसकी पहचान दिनेश शर्मा के रूप में हुई है। बताया जा रहा है कि उसको इस बात की आशंका थी कि पुलिस फिर उसे किसी दूसरे केस में फंसा सकती है और जेल में डाल सकती है।
पुलिस का कहना है कि दिनेश एक हिस्ट्रीशीटर था और जिले के कई थानों में उसके खिलाफ 16 से भी अधिक आपराधिक मामले दर्ज हैं। वर्ष 2012 में उसके खिलाफ बिसौली थाने में आखिरी केस दर्ज किया गया था।
दिनेश बदायूं के चतुय्या गांव का रहने वाला था। वह अभी पिछले महीने ही जमानत पर रिहा होकर घर लौटा था। बताया जाता है कि इलाके में जब भी चोरी अथवा कोई अन्य भी आपराधिक घटना होती थी तो पुलिस उसे पूछताछ के लिए उठा ले जाती थी।
हाल ही में चोरी की एक वारदात की जांच के सिलसिले में पुलिस ने रविवार रात उसके घर पर दबिश दी। दो सब-इंस्पेक्टर और चार कांस्टेबल बिना किसी वारंट के उसके घर पहुंच गए। दिनेश उस वक्त घर पर ही मौजूद था। गिरफ्तार होने की आशंका में उसने कथित तौर पर किसी जहरीले पदार्थ का सेवन कर लिया। हालत बिगड़ने पर उसे अस्पताल ले जाया गया जहां उसने दम तोड़ दिया।
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