यूपी: पूरा हुआ मदरसों का सर्वे, देखें गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के टॉप 10 जिले

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यूपी में मदरसों के सर्वे का कार्य पूरा हो गया है. सर्वे के दौरान यूपी में करीब 8 हजार मदरसे गैर मान्यता प्राप्त पाए गए हैं. सबसे ज्यादा गैर मान्यता प्राप्त मदरसे पीतलनगरी मुरादाबाद में मिले हैं. उधर, डीएम कार्यालय में रिपोर्ट कंपाइल की जा रही है. 15 नवंबर तक सभी डीएम अपने-अपने जिलों की रिपोर्ट शासन को भेजेंगे. यूपी में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों का सर्वे 10 सितंबर, 2022 से शुरू हुआ था. सोमवार तक टीमों ने सर्वे पूरा कर अपनी रिपोर्ट जिलाधिकारियों को प्रेषित कर दी है.

गैर मान्यता प्राप्त मदरसे में पहले नंबर पर यूपी का मुरादाबाद, दूसरे नंबर पर बिजनौर और तीसरे नंबर पर बस्ती है. यहां देखें गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के जिले…

1- मुरादाबाद (585)
2- बिजनौर (450)
3- बस्ती (401)
4- गोंडा (281)
5- देवरिया (270)
6- सहारनपुर (258)
7- शामली (244)
8- संत कबीरनगर (240)
9- मुजफ्फरनगर (222)
10- सिद्धार्थ नगर (185)

मदरसा बोर्ड के रजिस्ट्रार जगमोहन सिंह के मुताबिक करीब 8 हजार गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के मिलने की बात कही जा रही है, लेकिन जिलाधिकारियों की रिपोर्ट आने के बाद ही सही स्थिति पता चल सकेगी. शासन स्तर पर बनी विशेष सचिव अल्पसंख्यक, निदेशक अल्पसंख्यक तथा रजिस्ट्रार मदरसा बोर्ड की तीन सदस्यीय समिति ने पूरे सर्वे पर नजर रखी.

 

यूपी में उत्तर प्रदेश मदरसा शिक्षा परिषद से मान्यता प्राप्त कुल 16,513 मदरसे हैं. इनमें बड़ी संख्या में मदरसे बगैर मान्यता के भी चल रहे हैं. इन्हीं के बारे में जानकारी करने के लिए सरकार ने मदरसा सर्वे कराया है. इसमें करीब 8 हजार गैर मान्यता प्राप्त मदरसे मिले हैं. ऐसे में प्रदेश में कुल मदरसों की संख्या अब 24 हजार से अधिक हो गई है.

 

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मदरसा बोर्ड के चेयरमैन डा. इफ्तिखार अहमद जावेद ने बताया ‘सर्वे से प्राप्त आंकड़ों के आधार पर ही यहां पढऩे वाले बच्चों के लिए गुणवत्तापूर्ण शिक्षा की व्यवस्था सरकार करेगी. यहां के बच्चों को देश व समाज की मुख्यधारा में लाने की कोशिश की जाएगी. प्रदेश में गैर मान्यता प्राप्त मदरसों के सर्वे से किसी भी प्रकार का वैध अथवा अवैध का डाटा नहीं मिल पाएगा.’

 

यूपी सरकार का दावा है कि यह सर्वे असली नकली का नहीं बल्कि शिक्षा और शिक्षा के केंद्र की उनकी संख्या, उनकी व्यवस्था आदि की सही जानकारी प्राप्त करना है. सर्वे में मुख्य रूप से यह पता किया गया कि मदरसों की आय के क्या स्रोत हैं. साथ ही भवन, पानी, फर्नीचर, बिजली व शौचालय के क्या इंतजाम हैं और कौन संस्था संचालित करती है? इसके अलावा मान्यता की स्थिति, छात्र संख्या व उनकी सुरक्षा के इंतजाम, पाठ्यक्रम व पढ़ाने वाले शिक्षकों की संख्या जैसे विभिन्न बिंदुओं की पड़ताल की गई.

 

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