केंद्रीय सड़क एवं परिवहन मंत्रालय ने गाजीपुर -चंदौली फोरलेन को नहीं दी हरी झंडी
गाजीपुर से जमानियां होते हुए सैयदराजा चंदौली तक प्रस्तावित चौड़ी सड़क परियोजना पर ग्रहण लग गया है. केंद्रीय सड़क एवं परिवहनमंत्रालय ने फिलहाल इस परियोजना को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया है. इसके स्थगितकिये जाने का कारण स्पष्ट नहीं है. इसके बजाय, 56 किलोमीटर लंबी पुरानी सड़क को चौड़ा किया जाएगा. वर्तमान में यह सड़क सात मीटरचौड़ी है, लेकिन इसे 10मीटर चौड़ा किया जाएगा. इस परियोजना के लिए करीब ढाई सौ करोड़ रुपये का प्रस्तावमंत्रालय को भेजा गया है. भारतीय राष्ट्रीय राजमार्ग प्राधिकरण को रिवाइज्ड अनुमानसे काफ़ी उम्मीद है. स्वीकृति मिलने के बाद इस सड़क का चौड़ीकरण का काम शुरू किया जाएगा. 2017 में मिला था नेशनल हाईवे का दर्जा
इस सड़क को सन 2017 में नेशनल हाईवे का दर्जा दिया गया था और काफी लंबे समय से इस सड़क को फोर लेनबनाने की मांग उठ रही थी. चंदौली के सैयदराजा से गाजीपुर तक राष्ट्रीय राजमार्ग-24 को फोरलेन बनाने की योजना बनाई गई है. तय कियागया कि गाजीपुर से सैयदराजा तक एक नया फोरलेन बनाया जाएगा.
2019 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने कीथी निर्माण की घोषणा
इसके निर्माण में लगभग 1500 करोड़ रुपये की लागत का आकलन किया गया था.भूमि अधिग्रहण की प्रक्रिया शुरू कर दी गई थी. नए फोरलेन के निर्माण की घोषणा सेचंदौली, गाजीपुर, बलिया, मऊ, आजमगढ़, गोरखपुर और नेपाल सीमा तक का सफर आसान होने कीउम्मीद जगी थी, लेकिन अब ऐसा संभव नहीं लग रहा है. 2019 में केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने इस फोरलेनके निर्माण की घोषणा की थी. एनएचएआइ के स्तर पर इसके निर्माण की तैयारी थी औरसर्वे भी पूरा हो चुका था.
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काफी दिक्कतों के बाद तय हुआ था रुट
शुरुआत में सर्वे के लिए कंदवा, कम्हरिया, कोरमी, पई, असना, कोदई, तलासपुरऔर जमानिया गांव का चयन किया गया था. लेकिन बाद में रूट बदल गया. इसके बादलोकमनपुर रेवसा से होते हुए बेलगहना, घोसवा, इमिलिया, बरडीहा, सिकठा, सिसौड़ाऔर जिगना घाट से करंडा ब्लाक तथा महाराजगंज का रूट अंतिम रूप से तय हुआ. जिगना घाटपर गंगा में पुल बनाने का भी प्रस्ताव तय था.