Umesh Nath Maharaj: कौन हैं बाल योगी संत उमेश नाथ जी महराज?
जिन्हें BJP ने बनाया राज्यसभा उम्मीदवार, मोहन भागवत से लेकर अमित शाह तक हैं मुरीद
Umesh Nath Maharaj: बीजेपी राज्यसभा चुनाव के लिए लगातार अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर रही है. इसी कड़ी में बुधवार(14 फरवरी) को बीजेपी ने मध्य प्रदेश की 4 सीटों के लिए प्रत्याशियों के नामों का ऐलान किया. जिसमें एक नाम ने सभी को चौंका दिया. खुद उस उम्मीदवार को पता नहीं था कि उन्हें राज्यसभा सदस्य पद के लिए उम्मीदवार बनाया गया है. उन्हें इस बात की जानकारी मीडिया के जरिए मिली.
दरअसल, मध्य प्रदेश में बीजेपी ने जिन 4 नामों का आज ऐलान किया है, उस लिस्ट में डॉ. एल मुरुगन, माया नारोलिया, बंशीलाल गुर्जर और रेलमंत्री अश्विनी वैष्णव के अलावा बाल योगी उमेशनाथ जी महाराज का है. उमेश नाथ जी महाराज ही वो नाम है, जिसने सबको चौंका दिया. उज्जैन के वाल्मिकी धाम आश्रम के प्रमुख पीठाधीश्वर बाल योगी संत उमेश नाथ जी महाराज को भाजपा ने राज्यसभा उम्मीदवार बनाया है.
”जब महाकाल दायित्व सौंपते हैं, तो वे खुद ही उस कार्य को करते है पूर्ण”
बाल योगी संत उमेश नाथ जी महाराज ने पत्रकारों से बात करते हुए कहा कि उन्हें इस बात की जनकारी आप लोगों से मिली है कि बीजेपी ने उन्हें राज्यसभा सदस्य के लिए उम्मीदवार बनाया है. उन्होंने कहा कि मैं अभी-अभी अपने दैनिक पूजा-पाठ के कार्यों से मुक्त हुआ हूं. तभी मुझे जानकारी प्राप्त हुई.
बाल योगी संत उमेशनाथ जी महाराज ने कहा कि जब महाकाल किसी को कोई भी दायित्व सौंपते हैं, तो वे खुद ही उस कार्य को निभाते हैं. उन्होंने कहा कि “मेरे 60 साल साधु और संन्यासी जीवन में गुजर गए. अब मुझे जब ये जिम्मेदारी मिली है तो उसे पूरी निष्ठा और मन, कर्म और वचन के साथ निभाऊंगा.
अमित शाह से लेकर मोहन भागवत तक लेते उमेश महाराज का आशीर्वाद
उमेश नाथ जी महाराज वाल्मीकि समाज का प्रतिनिधित्व करते हैं. जिनके पास गृह मंत्री अमित शाह से लेकर संघ प्रमुख मोहन भागवत तक, आशीर्वाद लेने आते रहे हैं. इसके अलावा तमाम राज्यों के सीएम भी उमेशनाथ महाराज का आशीर्वाद लेने आ चुके हैं. बताया तो ये भी जाता है कि गृह मंत्री अमित शाह उनके साथ पिछले सिंहस्थ कुंभ में समरसता नहान कर चुके हैं.
Also Read: Bihar: ‘बीजेपी से अलग हो जाओ, वरना बम से उड़ा देंगे’
बाल योगी उमेश नाथ जी महाराज 1964 यानी कि बाल्यकाल से ही संन्यासी जीवन जी रहे हैं. वे 8 राज्यों के राजकीय अतिथि रह चुके हैं. जिसमें मध्य प्रदेश, राजस्थान में सबसे पहले राजकीय अतिथि का दर्जा प्राप्त हुआ है. ‘गौरव इंडिया अवॉर्ड’ से भी सम्मानित किया गया है. साथ ही तमाम अवॉर्ड प्राप्त हुए हैं. कर्मवीर अवॉर्ड, छत्तीसगढ़ अवॉर्ड, हरियाणा अवॉर्ड, समाज गौरव अवॉर्ड, राजस्थान अवॉर्ड उसी के साथ ‘अवध यूनिवर्सिटी समरसता अवॉर्ड से भी उन्हें सम्मानित किया गया है.