उद्धव ठाकरे ने ‘महा विकास आघाड़ी’ सरकार गठन के लिए पेश किया दावा
शिवसेना-राकांपा-कांग्रेस गठबंधन की ओर से मुख्यमंत्री पद के लिए नामित उद्धव ठाकरे मंगलवार रात राजभवन पहुंचे और महाराष्ट्र में सरकार बनाने के लिए दावा पेश किया।
शिवसेना के एक नेता ने बताया कि शिवसेना प्रमुख उद्धव ठाकरे के साथ शिवसेना, राकांपा और कांग्रेस के विधायक दलों के नेता भी साथ थे।
उन्होंने बताया, ‘‘हम राज्यपाल के सामने सरकार गठन के दावे के लिए एक संयुक्त बयान पेश कर रहे हैं। हम जरूरी प्रक्रिया के तहत, तीनों दलों के सभी विधायकों के समर्थन का प्रमाण भी राज्यपाल को पेश करेंगे। ’’
रिमोट कंट्रोल किसके पास?
ऐसा माना जाता है कि महाराष्ट्र में उद्धव ठाकरे ने मुख्यमंत्री की कुर्सी तो हासिल कर ली है।
लेकिन अब तक रिमोट कंट्रोल हाथ में रखने वाले उद्धव ठाकरे की सरकार का रिमोट कंट्रोल उनके हाथ में नहीं रहने वाला।
महा विकास अघाड़ी सरकार का केंद्र मातोश्री नहीं बल्कि एनसीपी प्रमुख शरद पवार का घर सिल्वर ओक होगा और शरद पवार इस सरकार के बड़े फैसलों पर अपना असर डालेंगे।
उद्धव ठाकरे कल शपथ लेंगे
उद्धव ठाकरे महाराष्ट्र के नए मुख्यमंत्री होंगे वे कल शपथ लेंगे। शिवसेना, एनसीपी और कांग्रेस की महाविकास अघाड़ी सरकार के किंग हों लेकिन जो महाराष्ट्र की राजनीति को समझते हैं वो ये भी जानते हैं कि इस सरकार के किंग मेकर शरद पवार की मर्जी के बगैर महाराष्ट्र की नई सरकार में कुछ भी नहीं हो सकता क्योंकि शरद पवार ही इस सरकार की नींव हैं।
उनको नाराज़ करने का मतलब है सरकार की कहानी खत्म करना।
शायद ही खुले राज!
मंगलवार को मुंबई में मिला ताज पवार की दिल्ली का ताज भी किसी दिन अपने नाम करने की पुरानी महत्वाकांक्षा को हवा दे सकता है।
हालांकि यह रहस्य शायद ही खुले कि अजित पवार का दूसरे पाले में जाना उनका दुस्साहस था या उनके चाचा ने एकसाथ कई चालें चलने के लिए उन्हें विरोधी खेमे में उतार दिया था।
किसी भी राजनीतिक दल के सरकार न बना पाने के कारण राज्य में 12 नवंबर से 23 नवंबर तक राष्ट्रपति शासन लागू रहा।