राजस्थान के उदयपुर में दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद से राज्य में पुलिस बल तैनात है. सीएम अशोक गहलोत ने ट्वीट में कहा कि ‘उदयपुर में युवक की हत्या के दोनों आरोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार किया गया है. इस केस में अनुसंधान केस ऑफिसर स्कीम के तहत किया जाएगा एवं त्वरित अनुसंधान सुनिश्चित कर अपराधियों को न्यायालय कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी. मैं पुन: सभी से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं.’
उदयपुर में युवक की हत्या के दोनों आरोपियों को राजसमंद से गिरफ्तार किया गया है। इस केस में अनुसंधान केस ऑफिसर स्कीम के तहत किया जाएगा एवं त्वरित अनुसंधान सुनिश्चित कर अपराधियों को न्यायालय कड़ी से कड़ी सजा दिलवाई जाएगी। मैं पुन: सभी से शान्ति बनाए रखने की अपील करता हूं।
— Ashok Gehlot (@ashokgehlot51) June 28, 2022
उधर, कन्हैयालाल के शव का पोस्टमार्स्टम हो गया है. इसके लिये सुबह से पुलिस और प्रशासन के उच्चाधिकारी अस्पताल में जमे हुए थे. अस्पताल के आसपास के इलाके को छावनी में तब्दील कर दिया गया है.
#WATCH | Rajasthan: Mortal remains of Kanhaiya Lal, who was killed yesterday by two men in Udaipur's Maldas street area, reach his native place in Udaipur pic.twitter.com/O7YYph9YK6
— ANI MP/CG/Rajasthan (@ANI_MP_CG_RJ) June 29, 2022
राजस्थान में इंटरनेट की पाबंदी और धारा-144 के बीच पुलिस-प्रशासन लगातार अलर्ट मोड पर है. सीएम अशोक गहलोत पूरे मामले पर नजर बनाये हैं और आला अधिकारी पल-पल की रिपोर्ट लेने में जुटे हैं. हालांकि, वहां पर स्थिति अभी भी तनावपूर्ण बनी हुई है. दर्जी कन्हैयालाल की हत्या के बाद तनाव को शांत करने के लिये सीएम गहलोत और कई धर्म गुरुओं ने शांति व्यवस्था बनाये रखने की अपील की है.
Udaipur beheading incident: Sec 144 imposed across Rajasthan for one month
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— ANI Digital (@ani_digital) June 28, 2022
कन्हैयालाल की हत्या के विरोध में डूंगरपुर में बंद का आह्वान किया गया है. इसको लेकर भी पुलिस प्रशासन पूरी तरह से अलर्ट मोड पर है. प्रदेश के सभी जिलों में किसी भी अप्रिय गतिविधि को रोकने के लिये पुलिस के बड़े अधिकारी गश्त कर मॉनिटरिंग कर रहे हैं. राजधानी जयपुर में सुरक्षा व्यवस्था के कड़े इंतजाम किये हुये हैं. यहां सभी थानाप्रभारियों को आगामी आदेश तक थाना नहीं छोड़ने के आदेश जारी किये गये है.
सीएम अशोक गहलोत स्वयं भी पूरे मामले में नजर बनाये हुये हैं. वे लगातार अधिकारियों से मामले का फीडबैक ले रहे हैं. कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी ट्वीट कर घटना की कड़ी निंदा की है. दूसरी तरफ विपक्ष इस घटना को लेकर आक्रोशित हो रहा है. नेता प्रतिपक्ष गुलाबचंद कटारिया इस घटना को राज्य सरकार का फेल्योर बताया है. बीजेपी प्रदेशाध्यक्ष सतीश पूनिया, पूर्व सीएम वसुंधरा राजे और पूर्व पीसीसी चीफ सचिन पायलट समेत कई नेताओं ने घटना की कड़ी निंदा की है.