पूरी दुनिया में इस वक्त रंग के आधार पर भेदभाव के खिलाफ प्रदर्शन हो रहा है। कहीं सड़कों पर तो कही सोशल मीडिया के जरिए लोग इसके खिलाफ अपनी बात जाहिर कर रहे हैं।
पूरी दुनिया में काले और गोरे रंग के लोग में भेदभाव किया जाता रहा है। लेकिन रंग को लेकर भेद करने की बात स्कूल की किताबों के जरिए बच्चों के दिमाग में डाली जाएं, तो मामला संगीन हो जाता है।
अश्वेतों को दिखाया UGLY-
ऐसा ही कुछ सुनने को मिला है पश्चिम बंगाल में। यहां प्राइमरी स्कूल के एक किताब में U अक्षर की व्याख्या Ugly शब्द से की गई है। इस शब्द के साथ एक अश्वेत शख्स की तस्वीर लगाई है।

इस पर बच्चों के अभिभावकों ने आपत्ति जताई है। अभिभावकों का कहना है कि बच्चों के अल्फाबेट और वर्ड्स की बुक में U अक्षर की व्याख्या Ugly शब्द से की गई और एक अश्वेत इंसान की तस्वीर लगाई गई, जो कि गलत है।
अभिभावकों ने जताया विरोध-
विरोध कर रहे एक अभिभावकों ने कहा कि मेरी बेटी म्युनिसिपल गर्ल्स हाई स्कूल में पढ़ती है। यह गलत है कि उसे अश्वेत इंसानों को ugly पढ़ाया जा रहा है।
अभिभावकों ने इस किताब को वापस लिए जाने की मांग की है। उनका कहना है कि अगर ऐसा नहीं होता है तो बच्चों के मन में अश्वेत इंसानों के प्रति हीन भावना आएगी।
क्या बोले अधिकारी-
इस मामले में स्कूल प्राइमरी एजुकेशन के डिस्ट्रिक्ट इंस्पेक्टर स्वप्न कुमार दत्त ने कैमरे के सामने कुछ भी बोलने से इंकार किया। हालांकि, उन्होंने कहा कि इस तरह की शिक्षा देना गलत है।
उन्होंने कहा कि यह सरकार की ओर से जारी की गई किताब नहीं है। मैं स्कूल से बात करूंगा और जरूरत पड़ेगी तो किताब को बदला जाएगा।
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