बीजेपी कार्यकारिणी की भुवनेश्वर में बैठक, 2019 फतह पर होगी चर्चा
यूपी, उत्तराखंड, गोवा और मणिपुर में सत्ता हथियाने के बाद अब बीजेपी ने ओडीशा पर नजर घुमा दी है। बता दें कि बीजेपी ओडीसा में अपनी बिसात बिछानी शुरू कर दी है। इसके तहत बीजेपी आज भुवनेश्वर में पार्टी अध्यक्ष अमित साह और प्रधानमंत्री की अगुवाई में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक कर रही है। भाजपा पदाधिकारी राष्ट्रीय कार्यकारणी की बैठक की रूपरेखा तैयार करने में जुट गए हैं और प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के दोपहर बाद पहुंचने पर इसे आगे बढ़ाया जायेगा।
राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक ऐसे समय में हो रही है जब भाजपा ने उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड में जबरदस्त जीत दर्ज की है, साथ ही गोवा और मणिपुर में सरकार बनाने में सफल रही है। भुवनेश्वर में दो दिवसीय (15 और 16 अप्रैल) बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, भाजपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अमित शाह, सभी भाजपा शासित राज्यों के मुख्यमंत्री, उपमुख्यमंत्री और केंद्रीय मंत्रियों समेत पार्टी के वरिष्ठ नेता मौजूद रहेंगे।
पिछले महीने उड़ीसा के स्थानीय निकाय चुनाव में मिली जीत के बाद भाजपा ने भुवनेश्वर में राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक करने का फैसला किया है। भाजपा के केंद्रीय नेतृत्व को लगता है कि 2019 में लोकसभा और विधानसभा चुनाव में बड़ी जीत के लिए अभी से तैयारी शुरू की जानी चाहिये। पार्टी ओडिशा और पश्चिम बंगाल पर विशेष ध्यान दे रही है।
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ओडिशा में साल 2000 से बीजद प्रमुख और मुख्यमंत्री नवीन पटनायक के नेतृत्व में सरकार है और भाजपा को लगता है कि ओडिशा में सरकार विरोधी रूख का उसे लाभ मिल सकता है क्योंकि कांग्रेस वहां कमजोर हुई है, प्रधानमंत्री मोदी के आगमन पर यहां शानदार स्वागत की तैयारी की गई है और हवाई अड्डे से राजभवन तक कई स्थानों पर उनके स्वागत की योजना बनाई गई है।
मोदी रात को राजभवन में रुकेंगे प्रधानमंत्री का यहां ब्रिटिश सरकार के खिलाफ 1817 के संग्राम से जुड़े 16 परिवारों को सम्मानित करने का भी कार्यक्रम है। पार्टी ने राष्ट्रीय कार्यकारिणी की बैठक का नामकरण जाने-माने उड़िया कवि भीमा भोई के नाम पर किया है।
प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2019 लोकसभा चुनाव के लिए पार्टी सांसदों, नेताओं, कार्यकर्ताओं से लोगों के बीच जाने और सरकार के सुशासन एवं लोक कल्याण योजनाओं को जनता के समक्ष पहुंचाने को कह चुके हैं। इस क्रम में प्रधानमंत्री देश के विभिन्न प्रदेशों के सांसदों के साथ पांच बैठकें कर चुके हैं।