ममता चलीं हिंदुत्व की राह, 12 हजार पुजारियों को किया सम्मानित
तृणमूल कांग्रेस के बीरभूम जिले के अध्यक्ष अनुब्रता मंडल ने सोमवार को हिंदू पुजारियों को सम्मानित करने के लिए एक समारोह का आयोजन किया। मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक यह बीजेपी के उस बयान का जबाव माना जा रहा है, जिसमें वह कथित तौर पर टीएमसी को मुस्लिमों का पक्ष लेने वाली पार्टी बताती रही है।
12 हजार पुजारी एक मंच पर दिखे साथ
बीरभूम के टीएमसी कांग्रेस के नेताओं ने कहा कि मंडल जिले और उसके आसपास के करीब 12 हजार पुजारियों को एक मंच पर साथ लेकर आए। बीरभूम जिले में बीजेपी का वोट शेयर बढ़ रहा है। 2014 के आम चुनावों में पार्टी उम्मीदवार जॉय बनर्जी को पिछले पांच वर्षों के 4.62 प्रतिशत की तुलना में 18.47 प्रतिशत वोट मिले थे। बीजेपी नेताओं ने कहा कि इस साल होने वाले पंचायत चुनावों से पहले मंडल समर्थन जुटाने की कोशिश कर रहे हैं।
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18 दिसंबर को हुआ था समारोह करने का एलान
वहीं मंडल ने कहा कि इस समारोह का बीजेपी को हालिया चुनावों में मिले फायदे से कोई लेना-देना नहीं है। उन्होंने समारोह में कहा कि अर उन्हें कभी हिंदुत्व का पाठ पढ़ना होगा तो वह इन पुजारियों से सीखेंगे। इस समारोह का एलान 18 दिसंबर को किया गया था। इसी दिन गुजरात और हिमाचल प्रदेश विधानसभा चुनावों के नतीजे घोषित किए गए थे। उसके बाद से पार्टी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने दो हिंदू मंदिरों का रुख किया था।
बीजेपी का बढ़ रहा है कद
बता दें कि पश्चिम बंगाल के ग्रामीण और शहरी इलाकों में बीजेपी अपनी पहुंच और प्रभुत्व लगातार बढ़ाती जा रही है। हाल में हुए सबांग उपचुनाव में बीजेपी ने चौकाते हुए 37 हजार 476 वोट हासिल किये, जबकि 2016 में पार्टी को यहां पर महज 5610 वोट ही मिले थे। हालांकि यह सीट टीएमसी ने जीती और पार्टी को 1,06,179 वोट हासिल हुए। दक्षिण कांठी में भी बीजेपी का प्रदर्शन अच्छा रहा था। गौर करने वाली बात यह है कि इन इलाकों में बीजेपी का संगठन नाम मात्र का है। बावजूद इसके बीजेपी का उभार पश्चिम बंगाल की राजनीति में बदल रही बयार को दर्शाती है। क्लास, मार्क्स और अल्पसंख्यकों के कठिन घालमेल में जकड़े बंगाल की राजनीति में दूसरे दलों का पैठ बना पाना बेहद मुश्किल है।
(साभार- नवभारत टाइम्स)