वाराणसी में टोटो चालक की बीयर की बोतल घोंप कर हत्या, जानें वजह
वाराणसी: जैतपुरा थाना क्षेत्र के बकरिया कुंड के पास मंगलवार की रात हमलावरों ने टोटो चालक साबिर की पीटने के बाद बीयर की बोतल घोंप कर हत्या कर दी. वारदात की वजह छेडखानी व पैसा छीनने का विरोध करना बताया जा रहा है. सूचना के बाद स्थानीय पुलिस और फॉरेंसिक टीम पडताल में जुट गई. पुलिस हमलवरों की पहचान व तलाश के लिए सीसीटीवी फुटेज की मदद ले रही है.
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जानकारी के अनुसार शक्कर तालाब क्षेत्र निवासी साबिर और उसका भाई आरिफ मिलकर टोटो चलाते हैं. आरिफ के मुताबिक उसका भाई साबिर टोटो पर एक महिला सवारी बैठाया था. उसी दौरान दो हमलावर उसके टोटो में बैठकर महिला से छेडखानी करने लगे तो उसने हमलावरों ने टोटो से उतरने को कहा. इस पर नहीं माने तो साबिर ने उनका विरोध किया. कहासुनी चल रही थी कि तभी हमलावर उसके साथ मारपीट करने और पैसे छीनने लगे. बताते हैं कि इसी बीच बीयर की बोतल से एक हमलावर ने उसके पेट में वार कर दिया जिससे वह लहूलुहान होकर गिर पडा. इसके बाद हमलावर वहां भाग निकले. इस बीच जख्मीे साबिर ने अपने भाई आरिफ को मोबाइल से काल कर मौके पर बुलाया. आरिफ उसे टोटो से ट्रामा सेंटर ले गया लेकिन तब तक उसकी सांसें थम चुकी थीं. इसकी जानकारी मिलते ही साबिर के परिवार में मातम पसर गया.
पानी की टंकी में गिरने से मासूम की मौत
चोलापुर थाना क्षेत्र के (दुमितवा) हाजीपुर निवासी सतीश यादव का इकलौता पुत्र नमन यादव (14 माह) घर के भीतर बाउंड्री में अपने दादी के साथ खेल रहा था. इस दौरान दादी घर में कुछ सामान लेने के लिए गई. कुछ देर बाद जब बाहर आई तो नमन आंगन में नहीं दिखा. इस पर परिवार के लोग परेशान होकर खोजबीन करने लगे. काफी देर तलाश करने के बाद आंगन के बाउंड्री के भीतर स्थित पानी की टंकी में डूबा मिला. आनन- फानन उसे पानी से निकाल कर स्थानीय चिकित्सकों के पास ले जाया गया, जहां चिकित्सकों ने उसे तत्काल सरकारी अस्पताल रेफर कर दिया. दीनदयाल अस्पालतल ले जाते समय उसकी मौत हो गई. मासूम के पिता सतीश यादव रोजगार के सिलसिले में दिल्ली में रहते हैं. तीन साल पहले सतीश की शादी खुशबू यादव से हुई थी, जिससे 14 माह का पुत्र नमन यादव ने जन्म लिया था. नमन की मौत से घर में कोहराम मचा हुआ है. उसकीं मां का रो- रो कर बुरा हाल है.
परीक्षा में नंबर खराब आने पर लगा ली फांसी
लंका थाना क्षेत्र के सामने घाट स्थित बालाजी नगर एक्सटेंशन में मां के साथ किराये के मकान में रहने वाले अक्षत प्रताप सिंह (18) ने लोहे की जंजीर का फंदा लगाकर जान दे दी. लंका थाने की पुलिस ने शव पोस्टमार्टम के लिए भिजवाया. पुलिस के अनुसार, सोमवार को घोषित सीबीएसई बोर्ड की 12वीं के परिणाम में कम नंबर मिलने से क्षुब्ध होकर अक्षत ने आत्मघाती कदम उठाया.बिहार के रोहतास जिले के कैथी निवासी जितेंद्र सिंह की पत्नी शालिनी सिंह इकलौते बेटे की पढ़ाई के लिए किराये पर कमरा लेकर वाराणसी में रहती हैं. बड़ी बेटी हिमाचल प्रदेश में रहकर मेडिकल की पढ़ाई करती है. सोमवार शाम अक्षत ने मां को संकटमोचन मंदिर जाकर दर्शन-पूजन करने के लिए कहा. इसके बाद घर का दरवाजा बंद कर किचन के सामने गैलरी में रोशनदान में जंजीर का फंदा लगाकर अपनी जीवन लीला समाप्त कर ली. इंस्पेक्टर लंका शिवाकांत मिश्र ने बताया कि अक्षत ने इंटरमीडिएट की परीक्षा में नंबर कम आने की वजह से जान दी है.