Tirupati Temple: हादसे में अब तक 6 की मौत, 40 घायल, पीएम व सीएम दुखी
Tirupati Mandir Stampede: आंध्रप्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर में टोकन लेने के लिए मची भदगड़ में एब तक 6 लोगों की मौत हो चुकी है जबकि 40 से अधिक लोग घायल हैं. यह हादसा तब हुआ जब श्रद्धालुओं की भारी भीड़ तिरुपति के श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में ‘वैकुंठ द्वार दर्शन’ के टिकट लेने पहुंची थी. यह दर्शन 9 जनवरी से शुरू होने वाला था, लेकिन टिकट के वितरण को लेकर हुई अव्यवस्था और भीड़ के दबाव ने गंभीर स्थिति पैदा कर दी, जिससे यह हादसा हुआ.
क्या था घटना का कारण…
बता दें कि मंदिर प्रशासन ने 9 जनवरी से श्री वेंकटेश्वर मंदिर के ‘वैकुंठ द्वार दर्शन’ के लिए टिकट जारी करने की योजना बनाई थी, जिसको लेकर दर्शकों में उत्साह था. इसका कारण है कि यह विशेष दिन है और मंदिर में इस दिन विशेष पूजा होती है. जानकारी के मुताबिक, टिकट लेने के लिए लगभग 4 हजार लोग लाइन में लगे थे और काउंटर की संख्या सिर्फ 91 थी. इसी बीच भीड़ बेकाबू हो गई जिससे भगदड़ मच गई. लोग इधर- उधर भागने लगे और कुछ नीचे गिर गए जिसमें 6 लोगों की मौत हो गई.
TTD ने मांगी माफी…
इस हादसे के बाद टीटीडी बोर्ड मेंबर भानु प्रकाश रेड्डी ने कहा मंदिर में एकादशी दर्शन के लिए टोकन बांटे जा रहे थे जिसके लिए हमने 91 काउंटर खोले थे. यह बहुत दुखद है की भगदड़ मच गई. इस भगदड़ में 6 लोगों की मौत हो गई और 40 लोग घायल हो गए हैं. हम सभी को मेडिकल फेसेलिटी दे रहे हैं. साथ ही उन्होंने कहा, आज तक टीटीडी के इतिहास में ऐसा कभी नहीं हुआ है. मैं सभी श्रद्धालुओं से माफी मांगता हूं.
सीएम और पीएम ने प्रकट किया दुख …
इस हादसे के बाद आंध्र प्रदेश के मुख्यमंत्री चंद्रबाबू नायडू और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुःख प्रकट किया है. इस हादसे से सीएम हैरान हैं. उन्होंने कहा, “मैं हालात पर करीब से नजर बनाए हुआ हूं. मैं पीड़ितों के परिवार से गुरुवार की सुबह मुलाकात करूंगा.”
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने भी घटना पर दुख जताते हुए कहा, “आंध्र प्रदेश के तिरुपति में भगदड़ से आहत हूं. मेरी संवेदनाएं उन लोगों के साथ हैं जिन्होंने अपने प्रियजनों को खोया है. मैं प्रार्थना करता हूं कि घायल जल्द ठीक हो जाएं. आंध्र प्रदेश सरकार प्रभावित लोगों को हरसंभव सहायता प्रदान कर रही है.
क्या है मंदिर का धार्मिक महत्त्व…
गौरतलब है कि, आंध्रप्रदेश के चित्तूर जिले में स्थित यह एक प्रसिद्ध हिंदू मंदिर है. यह श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर के नाम से भी जाना जाता है, जो भगवान श्री वेंकटेश्वर को समर्पित है. तिरुपति का यह मंदिर विश्वभर में सबसे अमीर और सबसे अधिक दर्शनार्थियों वाला मंदिर माना जाता है. यहां प्रत्येक दिन लाखों श्रद्धालु आते हैं और भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन करते हैं.
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मंदिर तिरुमाला पर्वत की चोटी पर स्थित है और यहां तक पहुंचने के लिए श्रद्धालु पैदल यात्रा भी करते हैं, जिसे “तिरुमाला पर्वत यात्रा” कहा जाता है. इस मंदिर की ऐतिहासिक और धार्मिक महत्ता अत्यधिक है और इसे वैष्णव सम्प्रदाय के प्रमुख मंदिरों में गिना जाता है. तिरुपति मंदिर का प्रमुख उत्सव “वैकुंठ द्वार दर्शन” है, जो हर साल खास महत्व रखता है, जहां लाखों लोग भगवान वेंकटेश्वर के दर्शन के लिए एकत्रित होते हैं.
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हादसे के बाद खड़े हुए कई सवाल…
तिरुपति हादसे का जिम्मेदार कौन ?
टिकट के लिए सिर्फ 91 काउंटर क्यों?
टोकन देने में बदइंतजामी क्यों ?
पार्क में कतार लगाने का फैसला क्यों ?
4000 लोगों को शिफ्ट करने का फैसला किसका ?
श्रद्धालुओं की मौत की जिम्मेदारी कौन लेगा ?