तीन तलाक बिल पर हम समर्थन में हैं, लेकिन सरकार जल्दी में थी: मल्लिकार्जुन
कांग्रेस, समाजवादी पार्टी, आरजेडी समेत कई विपक्षी दलों की ओर से तीन तलाक विरोधी बिल को स्टैंडिंग कमिटी में भेजने की मांग की जा रही थी। इसके बाद भी सरकार ने इसे लोकसभा से ध्वनिमत से पारित करा लिया है। अब यह विधेयक राज्यसभा में मंजूरी के लिए भेजा जाएगा। इस बीच लोकसभा में नेता विपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी इस बिल का समर्थन किया है।
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हालांकि उन्होंने इसमें कुछ संशोधनों की भी मांग की है।उन्होंने कहा, ‘यह एक प्रोग्रेसिव बिल है, सभी पार्टियां इसका समर्थन करती हैं। लेकिन हम कुछ संशोधन चाहते हैं, इसलिए हमारी यह मांग थी कि इसे स्टैंडिंग कमिटी को सौंपा जाए। लेकिन वह बिल को पास करने के लिए हड़बड़ी में थे।’ खड़गे ने कहा कि हमारी पार्टी राज्यसभा में आगे के कदम उठाएगी और सरकार द्वारा पैदा किए गए संशयों को कम करने की कोशिश करेगी। बता दें कि उच्च सदन में मोदी सरकार अल्पमत में है। ऐसे में उसे विपक्षी दलों को मनाने के लिए संशोधनों पर राजी होना पड़ सकता है।
3 तलाक बिल: लोकसभा से मंजूर, संशोधन नहीं
इस बीच ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने कहा है कि वह लोकतांत्रिक तरीके से इस विधेयक में ‘संशोधन, सुधार और हटाने’ के लिए कदम उठाएगा। सरी तरफ शिया वक्फ बोर्ड ने तीन तलाक विधेयक का स्वागत करते हुए कहा है कि ऐसा करने वाले लोगों के लिए और कड़ी सजा का प्रावधान होना चाहिए। प्रस्तावित विधेयक में एक साथ तीन तलाक का दोषी पाए जाने पर पुरुष को तीन साल की कैद का प्रावधान है।
(साभार-न्यूज18)
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