राम मंदिर की सुरक्षा सीआरपीएफ की जगह टास्क फोर्स के जिम्मे

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नई दिल्ली: अयोध्या( AYODHYA)   के निर्माणधीन भव्य राम मंदिर (RAM MANDIR )में प्रस्तावित रामलला की प्राण प्रतिष्ठा से पहले बड़ा फैसला लिया गया है. सूत्रों के मुताबिक मंदिर की सुरक्षा से CRPF को हटा दिया जाएगा. वहीं राम मंदिर की सुरक्षा की कमान यूपी पुलिस (UP POLICE ) के टास्क फोर्स के हाथों में होगी.
बताया जा रहा है कि प्राण प्रतिष्ठा के बाद पूरी तरह मंदिर परिसर में यूपी पुलिस स्पेशल टास्क फोर्स को तैनात कर दिया जाएगा. उत्तर प्रदेश पुलिस की स्पेशल टास्क फोर्स पूरी तरह से अयोध्या में बन रहे राम मंदिर परिसर की सुरक्षा की जिम्मेदारी संभालेगी. यूपी पुलिस की यह स्पेशल टास्क फोर्स यह जिम्मेदारी सीआरपीएफ से लेगी, जो अब तक सुप्रीम कोर्ट ( SUPREME COURT )के निर्देशों पर यहां की सुरक्षा कर रही है.

एक सीनियर सरकारी अधिकारी के अनुसार 1992 में बाबरी ढांचे के विध्वंस के बाद सुप्रीम कोर्ट के आदेश के अनुसार राम जन्मभूमि स्थल पर सीआरपीएफ को तैनात किया गया था. 22 जनवरी को रामलला की ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह की तारीख तय की गई है. माना जा रहा है कि रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद से यूपी स्पेशल सुरक्षा बल (एसएसएफ) मंदिर में व्यापक सुरक्षा कवर प्रदान करना शुरू कर देगा.

हर तरह से ट्रेंड है यह फोर्स

दरअसल, अब तक सीआरपीएफ रामजन्मभूमि स्थल पर सुरक्षा प्रदान कर रहा है. माना जा रहा है कि रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा तक पीएसी और एसएसएफ के साथ मंदिर परिसर की सुरक्षा में तैनात रहने की उम्मीद है. हालांकि, यूपी स्पेशल टास्क फोर्स को हर तरह से ट्रेंड कर दिया गया है और यह नवनिर्मित मंदिर परिसर की सुरक्षा सहित सभी सुरक्षा कर्तव्यों को संभालने के लिए पर्याप्त रूप से प्रशिक्षित और सुसज्जित है.

कोर्ट ने 2019 में सुनाया था फैसला

बता दें कि सीआरपीएफ ने जुलाई 2005 में पांच आतंकवादियों को मार गिराकर रामजन्मभूमि स्थल पर आतंकी हमले को विफल कर दिया था. सुप्रीम कोर्ट ने 2019 में एक सदी से भी पुराने राममंदिर-बाबरी मस्जिद विवाद का निपटारा करते हुए ऐतिहासिक फैसला सुनाया था.

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श्रद्धालुओं के लिए अयोध्या में हर इंतजाम

अफसरों के साथ सीएम योगी की बैठक में तय किया गया कि अयोध्या आने वाले श्रद्धालुओं के लिए हर जरूरी इंतज़ाम होगा. अयोध्या का डिजिटल टूरिस्ट गाइड एप तैयार होगा, साथ ही रामायण के चरित्रों के नाम पर भवनों के नाम होंगे. सिर्फ इतना ही नहीं, बल्कि प्रयागराज, गोरखपुर और वाराणसी से हेलीकॉप्टर सेवा भी मिलेगी. सीएम योगी ने अफसरों और मंत्रियों का क्लियर मैसेज दे दिया है कि इंतजाम में कोई कमी नहीं रहनी चाहिए.

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