एक दिवसीय लेह दौरे पर राष्ट्रपति कोविंद
नवनिर्वाचित राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद जम्मू एवं कश्मीर में आज अपने पहले एक दिवसीय दौरे पर सोमवार को लेह पहुंच गए। जम्मू एवं कश्मीर के राज्यपाल एन.एन. वोहरा, मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती, वरिष्ठ मंत्रियों, भारत के सेना प्रमुख जनरल विपिन रावत तथा अन्य प्रशासनिक व सैन्य अधिकारियों ने लेह हवाईअड्डे पर कोविंद का स्वागत किया।
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लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंटल सेंटर पहुंचे
राष्ट्रपति, जो भारतीय सशस्त्र बलों के सुप्रीम कमांडर भी होते हैं, सीधे लद्दाख स्काउट्स रेजीमेंटल सेंटर पहुंचे, जहां वह परेड की सलामी लेंगे और रेजीमेंट तथा इसकी पांच बटालियनों को प्रेजीडेंट्स कलर्स प्रदान करेंगे। चीन व भारत के बीच वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हालात का जायजा लेने के लिए जनरल रावत रविवार को यहां पहुंचे। राष्ट्रपति कोविंद का लेह का एक दिन का ही कार्यक्रम होगा, लेकिन सर्वोच्च कमांडर की यह यात्रा ड्रैगन को साफ संदेश देने के लिए काफी है। सेना और स्थानीय प्रशासन ने राष्ट्रपति की यात्रा को लेकर काफी तैयारियां की हैं।
बिपिन रावत भी तीन दिन के दौरे पर लेह पहुंचे
डोकलाम में सैन्य तनाव और 15 अगस्त को पेंयोग झील में चीनी सेना की घुसपैठ के बीच रविवार को सेना प्रमुख जनरल बिपिन रावत भी तीन दिन के दौरे पर लेह पहुंचे। राष्ट्रपति लेह में लद्दाख स्काऊट्स की सभी पांचों बटालियनों एवं लद्दाख स्काऊट्स रैजीमेंटल सैंटर के कार्यक्रम में हिस्सा लेंगे और लद्दाख स्काऊट्स की 5 बटालियनों को कलर्स भी प्रदान करेंगे। उसी दिन दिल्ली लौटने से पहले वह लेह के महाबोधि इंटरनेशनल मैडीटेशन सैंटर भी जाएंगे। राष्ट्रपति के स्वागत के लिए राज्य के राज्यपाल एन एन वोहरा और मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती भी मौजूद होंगी। चीनी सेना ने हाल ही में पैंगोंग झील क्षेत्र में भारतीय भूभाग में अतिक्रमण किया था। दोनों ओर से सैनिकों ने एक-दूसरे पर पत्थर भी फेंके थे। बाद में चीनी सैनिक अपने क्षेत्र में लौट गए थे।
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