नाम सम्पूर्ण समाधान दिवस, काम महज तीन का

जिलाधिकारी ने राजा तालाब तहसील पर समाधान दिवस में सुनी लोगों की फरियाद

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वाराणसी की तीन तहसीलों में से एक राजातालाब तहसील पर शनिवार को संपूर्ण समाधान दिवस का आयोजन हुआ. हर तहसील दिवस पर बड़ी उम्मीदों के साथ करीब दो सौ फरियादी पहुंचे और आला अफसरों के सामने प्रार्थना पत्र देकर गुहार लगाई. जिलाधिकारी और डीसीपी गोमती जोन समेत अन्य अफसरों की मौजूदगी में सम्पूर्ण समाधान दिवस पर 173 फरियादियों ने प्रार्थना पत्र दिये और महज तीन की समस्या का समाधान हो सका. अधिकतर मामलों में जांच के आदेश दिये गये. आश्चर्य है कि इस मौके पर लेखपालों की लापरवाही और मिलीभगत की शिकायतों के साथ न्यायालय व उपजिलाधिकारी के आदेश पर भी कार्रवाई न होने की शिकायतें आईं. एक फरियादी तो ऐसा आया जो आठवीं बार अपनी शिकायत लेकर आया था. ऐसे फरियादियों की समस्याएं देखकर सम्पूर्ण समाधान की कार्रवाई पर भी सवाल उठने लाजमी हैं.

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सम्पूर्ण समाधान दिवस पर जिलाधिकारी एस राजलिंगम, डीसीपी गोमती जोन मनीष शांडिल्य, एडीसीपी वरुणा जोन टी सरवरन, उप जिलाधिकारी अमित कुमार, एसीपी अजय कुमार श्रीवास्तव, तहसीलदार संत विजय सिंह ने लोगों की फरियाद सुनी. इस दौरान करधना गांव की निवासिनी कलावती देवी ने शिकायती पत्र देकर कहा कि बिना पैमाइश किए विपक्षियों के साथ राजस्व विभाग ने मिलकर उनका मकान गिरा दिया.

राजस्व विभाग की मदद से कब्जे का लगाया आरोप

कलावती देवी का कहना था कि 40 वर्षों से नाद, चरनी, मड़ई बनाकर उसका परिवार रहता चला आया है. 6 जुलाई को शाम को बिना किसी आदेश के हीरावती देवी ने फर्जी आवंटन करा उनका समान फेंक कर राजस्व विभाग की मदद से पूरी मड़ई व मकान गिरवा दिया. उन्होंने जिलाधिकारी को पत्र देकर जांच कराने की मांग की है. जंसा थाना क्षेत्र के भतसार गांव के सूबेदार सिंह ने कहा कि माननीय न्यायालय ने मेड़ बंदी कराए जाने के संबंध में आदेश दिया है. फाट बांट बनने के बाद भी उप जिलाधिकारी राजातालाब के आदेश का पालन नहीं हो रहा है. पूर्व में जितनी बार मेड़बंदी कराई गई उसे लोग उखाड़ कर फेंक देते हैं. उन्होंने पत्थर उखाड़ कर फेंकने वालों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की है. बताया कि उनके साथ 4 साल से ऐसा ही हो रहा है. तमाम शिकायतों के बावजूद ठोस कार्रवाई नही हो रही है. ऐसे में न्यायालय और उपजिलाधिकारी के आदेश का क्या मतलब ? सूबेदार सिंह ने पुलिस की मौजूदगी में मेड़बंदी कराए जाने की मांग की है.

पैमाइश के लिए दो साल में आठवीं बार की शिकायत

मिर्जामुराद क्षेत्र के गनेशपुर की ग्राम प्रधान संजू देवी ने गांव के ही कुछ लोगों द्वारा चकरोड पर हो रहे खड़ंजा कार्य को रोकने की शिकायत की. अमीनी निवासी मुसई गुप्ता अपनी जमीन की पैमाइश करने को लेकर लगभग दो साल से आठवीं बार समाधान दिवस पर आए. कहाकि शिकायत करते-करते तंग आ गया हूं. पैमाइश नही हो रही है. यह मामला जिलाधिकारी के संज्ञान में आने पर उन्होंने उप जिलाधिकारी को जांच का आदेश दिया है. गौरा गांव निवासी मिट्ठन राम ने दो साल से वृद्धावस्था पेंशन न मिलने की शिकायत की.

छतेरी गांव के प्रधानपति ने कर लिया है अतिक्रमण

इसके अलावा फरियादियों ने चकरोड, खड़ंजा, नाली सहित सरकारी जमीन पर अवैध कब्जा, आवास, पेंशन इत्यादि समस्याओं को सुनकर और उसके निस्तारण के लिए संबंधित विभाग के अधिकारियों को जल्द से जल्द निस्तारण का निर्देश दिया गया. समाधान दिवस के दौरान छतेरी मानपुर के मुर्तजा अंसारी ने शिकायती पत्र देकर कहा है कि छतेरी बाजार से आरसीसी रोड जो गांव में आई है, उस पर पूर्व प्रधान पति वीरेंद्र जायसवाल ने 5 फीट बारजा लटका दिया है. उसकी नाली के ऊपर सीढ़ी बनाकर कब्जा कर लिया है. इससे रास्ते पर आने जाने-वाले लोगों को परेशानी हो रही है. उन्होंने प्रधान पति के अतिक्रमण को हटाने की मांग ग्रामीणों ने की. प्रद्युम्न ने आरोप लगाया कि लेखपाल द्वारा हिंदू वर्ग के लोगों पर शांति भंग की कार्रवाई कर दी गई है जबकि दूसरे वर्ग के लोगों पर कोई कार्रवाई नहीं की गयी. उन्होंने जिलाधिकारी से संबंधित लेखपाल पर कार्रवाई किए जानेकी मांग की है. इस दौरान सम्पूर्ण समाधान दिवस में कुल 174 शिकायत पत्र मिले और इनमें से सिर्फ 3 शिकायती पत्रों का मौके पर निस्तारण किया गया.

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