कर्नाटक : ट्रक चालकों की हड़ताल, व्यापरियों की मुश्किले बढी
ट्रक चालकों की ओर से डीजल को जीएसटी के अंतर्गत लाने समेत कई मांगों को लेकर हो रहे दो दिवसीय देशव्यापी हड़ताल से सोमवार को पूरे कर्नाटक में सामानों की आवाजाही ठप हो गई।
also read : गोधरा कांड में गुनाहगारों पर फैसला, जानिये क्या था पूरा मामला…
पूरे कर्नाटक में सुबह छह बजे से सामानों की आवाजाही ठप हो गई
अखिल भारतीय मोटर यातायात कांग्रेस (एआईएमटीसी), दक्षिण क्षेत्र के महासचिव जी.आर शणमुगप्पा ने बताया, “पूरे कर्नाटक में सुबह छह बजे से सामानों की आवाजाही ठप हो गई और मंगलवार शाम छह बजे तक ऐसी ही स्थिति बनी रहेगी।
also read : कांग्रेस को योग्यता के आधार पर नेता चुनने की जरूरत : जेटली
उद्देश्य केंद्र सरकार से जीएसटी के अंतर्गत डीजल के मूल्य को शामिल करना
दिवाली से पहले ट्रक चालकों की इस हड़ताल का उद्देश्य केंद्र सरकार से जीएसटी के अंतर्गत डीजल के मूल्य को शामिल करना, राजमार्गो पर टोल वसूली के लिए वैकल्पिक उपाय अपनाने और पूरे देश में चेक-पोस्ट के पास पारदर्शिता को लेकर अपनी मांग मंगवाने का है।
करीब चार लाख ट्रकों का परिचालन बंद है
शणमुगप्पा ने कहा, “पूरे राज्य में हमसे जुड़ी अधिकतर इकाइयां मांगों को लेकर हड़ताल पर हैं और करीब चार लाख ट्रकों का परिचालन बंद है। बड़ी संख्या में लोग खासकर चालक, सफाईकर्मी, पोर्टर और उनके कर्मचारी इस हड़ताल का समर्थन कर रहे हैं।
जीएसटी को लेकर है मांगे…
पिछले काफी दिनो से जीएसटी को लेकर देश में बहस चल रही है जिसमें छोटे व्यापारियो को काफी नुकसान हो रहा है जिसके चलते मोदी सरकार ने कुछ महत्वपूर्ण बदलाव किए थे । जिसके बाद से पेट्रोलियम एसोसिएशन ने अपनी मांग में यह कहा था कि पेट्रोलियम संसाधनो को भी जीएसटी के दायरे में लाया जाए जिसके बाद से कर्नाटक में ट्रक चालकों ने हडताल की घोषणा कर दी है ।
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)