इंजेक्शन लगने से प्रसूता महिलाओं की बिगड़ी हालत, इमरजेंसी छोड़ फरार हुआ पूरा स्टाफ
गोरखपुर के जिला महिला अस्पताल में रात उस वक्त हंगामा शुरू हो गया जब मेटरनिटी वार्ड में भर्ती 50 से अधिक प्रसूता महिलाओं को इंजेक्शन लगाये जाने के बाद हालत बिगड़नी शुरू हो गई। प्रसूताओं को तेज बुखार के साथ ठंड लगने और सांस लेने में दिक्कत होने लगी। उनकी हालत देख तीमारदारों ने स्टाफ को पकड़कर बंद कर दिया और हंगामा करने लगे। तीमारदारों का गुस्सा देख इमरजेंसी में तैनात चिकित्सक डॉ. साधना पांडेय सहित अन्य स्टाफ भाग खड़े हुए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने किसी तरह तीमारदारों को समझाकर शांत कराया, जिसके बाद प्रसूताओं का इलाज शुरू हुआ।
रात को स्टाफ नर्स ने लगाया था इंजेक्शन
दरअसल, जिला महिला चिकित्सालय की न्यू बिल्डिंग में 4 से 5 दिन पहले आपरेशन से नवजात के पैदा होने के बाद से महिलाओं को भर्ती किया गया है। इन प्रसूताओं को डेली रूटीन के मुताबिक, अस्पताल के स्टॉफ दवाई और इंजेक्शन देते हैं। प्रसूताओं और उनके तीमारदारों ने बताया कि गुरुवार की रात स्टाफ नर्स ने आकर उन्हें एक इंजेक्शन लगाया। यह इंजेक्शन यहां भर्ती अधिकांश महिलाओं को लगा।
बुखार आने पर बाहर से मंगाकर दिया दोबारा
लेकिन, इंजेक्शन लगने के कुछ ही देर बाद से ही उन्हें तेज बुखार के साथ ठंड लगने लगी। इसके साथ ही उन्हें सांस लेने में भी दिक्कत होने के साथ ही तेज घबराहट होने लगी। सभी को एक जैसी शिकायत के बाद उनके तीमारदार भी घबरा गए। एक साथ सभी डॉक्टर और स्टॉफ नर्स पास पहुंचे। इसके बाद डॉक्टर और स्टाफ ने बाहर से मंगाकर सभी को दोबारा दवा और इंजेक्शन दिया। हालांकि, इसके कुछ देर बाद उन्हें आराम हुआ। जबकि, कुछ प्रसूताओं को स्किन में खुजली की शिकायत भी होने लगी।
सभी को ठंड के साथ साथ बुखार की शिकायत
अनुपमा मोहरीपुर की रहने वाली हैं। वे सोमवार को सुबह 10 बजे यहां पर एडमिट हुई हैं। उन्हें आपरेशन से बच्चा हुआ है। आज जब स्टाफ नर्स आई है, तो उसके इंजेक्शन लगाने के बाद तेज ठंड लगने लगी। इसके बाद बाहर से उनके पति से इंजेक्शन मंगाकर लगाया गया, इसके आधे घंटे बाद उन्हें आराम हुआ है। शर्मिला गोरखपुर के बरहुआ की रहने वाली हैं। वे बताती हैं कि उन्हें सबसे पहले इंजेक्शन लगाया गया। इंजेक्शन लगने के बाद उन्हें ठंड के साथ बुखार चढ़ने लगा है। अभी उन्हें आराम है।
5 हजार रुपए घूस मांगने का भी आरोप
कल्याणी की मां सीता देवी ने बताया, वे डाक्टर और स्टाफ से मरीज को देखने के लिए चिल्लाती रहीं। लेकिन यहां अफरा-तफरी का माहौल हो गया। उन्होंने मरीज के आपरेशन के लिए 5 हजार रुपए लेने का भी आरोप लगाया।
कल्याणी के पति रोहित गुप्ता ने बताया कि 29 मई की रात को उनकी पत्नी को बेटा हुआ। इसके बाद यहां के स्टाफ ने 5 हजार रुपए मांगा और उसके बाद बच्चा दिया। आज इंजेक्शन लगने के बाद उसके ठंड लगने लगी। पत्नी सांस रुकने की शिकायत करने लगी। इसके बाद बाहर से इंजेक्शन लगने के आधे घंटे बाद आराम हुआ।
डॉक्टर बोलीं- कुछ ही देर में सब नार्मल हो गया
जबकि, महिला चिकित्सालय में इमरजेंसी ड्यूटी पर तैनात चिकित्सक डॉ. साधना पाण्डेय ने बताया, ”रात में 7 से 8 प्रसूताओं को इंजेक्शन लगने के बाद फीवर और कंपकपी लगने की शिकायत हुई थी। इसके लिए उन्हें जो उपचार देना था, दिया गया। अभी सभी पेशेंट नार्मल हैं। मरीजों को रात में जो की डोज दी जाती हैं, इसमें एंटीबॉयोटिक और अन्य इंजेक्शन होते हैं। कुछ पेशेंट को दिक्कत हुई। कुछ पेशेंट के तीमारदारों के हल्ला और हंगामा करने की वजह से अधिकतर पेशेंट को घबराहट की शिकायत हो गई। इंजेक्शन लगने से हुई दिक्कत तो आधे घंटे में ही खत्म हो गई थी। इसके बाद तीमारदारों को सपोर्ट करना चाहिए था। लेकिन, वे हंगामा करने लगे।
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