चीनी मिल मामले में सीबीआई ने शुरु की जांच, बढ़ सकती हैं मायावती की मुश्किलें
बसपा सुप्रीमो मायावती की एक बार फिर से मुश्किलें बढ़ने वाली हैं। क्योंकि उत्तर प्रदेश की योगी सरकार ने मायावती के शासनकाल में सूबे की चीनी मिलों को औने-पौने दामों में बेचने का आरोप लगाते हुए मामले को सीबीआई(CBI) के हाथों में दे दिया है। लोकसभा चुनाव से पहले इस मामले की फिर से जांच शुरु होना मायावती के गले की फांस बन सकता है। सीबीआई ने मामले को टेकओवर करके दोबारा जांच शुरु कर दी है।
21 चीनी मिलों को बेचने का है मामला
इस मामले की जांच शुरु होने से कई बड़े नेताओं पर भी गाज गिर सकती है ऐसे में मायावती के करीबी माने जाने वाले नसीमुद्दीन सिद्दीकी सतीश चंद्र मिश्रा भी सीबीआई के शिकंजे में आ सकते हैं। दरअसल, साल 2007 में जब सूबे की सत्ता मायावती के हाथों में थी तब प्रदेश की 21 चीनी मिलों को बेच दिया गया था। चीनी मिलों को बेचे जाने को योगी आदित्यनाथ ने बड़ा घोटाला करार दिया था। अब जब सूबे में खुद योगी आदित्यनाथ सत्ता संभाल रहे हैं तो ऐसे में मामले की जांच शुरु होना मायावती के लिए परेशानी का सबब बन सकती है।
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ये चीनी मिलें जांच के दायरे में…
बता दें कि देवरिया, बरेली, लक्ष्मीगंज, हरदोई, रामकोला चीनी मिलें जांच के दायरे में हैं साथ ही चित्तौनी और बाराबंकी की चीनी मिलों भी शामिल हैं। मामले की दोबारा से जांच शुरु होने पर मायावती आज प्रेस कॉन्फ्रेंस कर सकती हैं। वहीं सीबीआई ने बिक्री के दस्तावेजों की समीक्षा करना शुरु कर दिया हैं ऐसे में ये माना जा रहा है कि सीबीआई जल्दी ही मायावती पर एफआईआर दर्ज कर सकती है।