आप 5G नेटवर्क के बारे में सोच ही रहे हैं और यहां गायें इस्तेमाल कर रही हैं
5जी इंटरनेट का सब जगह बेसब्री से इंतजार हो रहा है। भारत में भी इस पर खूब चर्चा हो रही है। कंपनियों का दावा है कि 5जी इंटरनेट की रफ्तार इतनी तेज होगी कि ये इंटरनेट के मायने ही बदल कर रख देगा। कुछ सेकंडों में ही पूरी की पूरी फीचर फिल्म आपके फोन पर डाउनलोड हो सकेगी। साथ ही सेल्फ ड्राइविंग कारों और ऑगमेंटेड रियलिटी पर भी इसका असर देखा जाएगा। आम जनता तक पहुंचने में इसे कुछ और साल लग सकते हैं लेकिन इंग्लैंड की कुछ गायें अभी से इसका इस्तेमाल कर रही हैं।
ब्रिटेन के एक तबेले में गायों को ऐसे कॉलर पहनाए गए हैं जिनमें 5जी डिवाइस लगे हैं। ये डिवाइस दूध दूहने वाले रोबोट्स को डाटा पहुंचाते हैं। गाय को जब लगता है कि वह दूध देने के लिए तैयार है, तब वह अपने आप ही मशीन के पास चली जाती है और सेंसर के जरिए दरवाजा खुद ही खुल जाता है। डिवाइस के कारण गाय की पहचान होती है और मशीन को ठीक तरह से पता होता है कि जब वह पोजीशन ले लेगी तो रोबोट को कहां फिक्स करना है। गाय को इनाम के रूप में चारा भी मिलता है। जितनी देर तक मशीन दूध निकालती है, गाय चारा खा सकती है।
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दक्षिणी इंग्लैंड के एग्री एपी सेंटर में इस तरह की 50 गायें हैं और 5जी वाले कॉलरों को यहां एक टेस्ट फेज के तहत इस्तेमाल किया जा रहा है। प्रोजेक्ट मैनेजर डंकन फोर्ब्स का दावा है कि इस तरह के डिवाइस से गायों को किसी तरह का नुकसान नहीं होता है और उन्हें लगातार मॉनिटर करने से गौशाला मालिकों को गाय की सेहत पर नजर रखने का भी मौका मिलता है। वे वक्त रहते ही जान सकते हैं कि कहीं कोई गाय तनाव में तो नहीं है।
फोर्ब्स के अनुसार, “हम यहां 5जी की क्षमता को टेस्ट कर रहे हैं कि सामान्य ब्रॉडबैंड इंटरनेट कनेक्शन की तुलना में इसके जरिए सेंसर से डाटा कितनी तेजी से हम तक पहुंच पाता है।” डेकन फोर्ब्स की राय में, “इस तरह की तकनीक का इस्तेमाल सिर्फ बड़े बड़े फार्मों में ही नहीं, बल्कि देश भर के गांव देहात में भी किया जा सकेगा।”
अगर 5जी वाला यह प्रयोग सफल रहता है तो योजना देश के सभी गायों को आपस में कनेक्ट करने की भी है। इसका मतलब यह है कि देश के अलग अलग हिस्सों में गौशाला मालिक रियल टाइम में देख पाएंगे कि किस तबेले में कौन सी गाय क्या कर रही है।