Terror of Monkeys : अफसरों ने नहीं सुनीं फरियाद तो करने लगे हनुमान चालीसा का पाठ

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Terror of Monkeys : बंदरों के आतंक से परेशान बलिया शहर के जापलीनगंज मोहल्ले के लोगों ने अनोखा विरोध शुरू किया है। मुहल्लेवासियों ने ’बलिया नगर पालिका सामने आओ, बंदरों से हमें बचाओ’ का नारा लगाया और हनुमान चालीसा का पाठ भी किया. इस बाबत लोगों ने कलेक्टर व नगर पालिका के अधिकारी को ज्ञापन सौंपकर बंदरों के आतंक से मुक्ति दिलाने की मांग की है। बंदरों का आंतक जापलीनगंज के अलावा आसपास के मोहल्लों में भी है.

गायत्री नगर वार्ड नम्बर 16 की संगीता जायसवाल, उर्मिला ने बताया कि उनके घर के बगल में स्कूल है. बंदर आयेदिन उत्पात मचाते हैं. कई लोगों को अबतक जख्मी कर चुके हैं. हम इतने परेशान हो चुके हैं कि हमे प्रशासन से गुहार लगानी पड़ रही है. नगर पालिका में कई बार शिकायत के बाद भी कोई ध्यान नही दिया जाता.

महिलाएं, बच्चे और बुजुर्ग हैं ज्यादा परेशान

महेंद्र ने बताया कि आयेदिन किसी न किसी को बंदर काट ले रहे हैं. चुस्त-दुरूस्त और साहसी लोग बंदरों को धमका-चमका कर निकल जा रहे हैं लेकिन बच्चों और बुजुर्गों को बंदर घेरकर काट ले रहे हैं.

उनका घर से बाहर निकलना मुश्किल हो गया है. हमलोगों ने डीएम व नगरपालिका के यहां गुहार लगाई. लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. अंतः हनुमान जी के शरण में जाकर हनुमान चालीसा का पाठ किया, ताकि बंदरों से निजात मिले.

छात्रा दिव्या का कहना है कि हम बच्चों का खेलना, साइकिल चलाना, घर से निकलना मुश्किल हो गया है. छत पर बंदर कब्जा जमा लेते हैं. प्रशासन हमारी सुनवाई नही कर रहा है तो हनुमान जी ही हमारी रक्षा करें. कन्हैयालाल बताते हैं कि महिलाएं, बच्चे, बुजुर्ग विशेष परेशान हैं. हम लोगों ने गली में हनुमान चालीसा पढ़ा, ताकि हनुमान जी हमारे रक्षक होंगे. हमारे लिए तो अब हनुमानजी ही सहारा हैं.

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डीएफओ विमल ने दी ये जानकारी 

उधर. डीएफओ विमल कुमार आनंद ने बताया कि अब बंदर जनता के साथ रहते-रहते आबादी में रहने के आदी हो गए हैं. शासन से आदेश भी है कि बंदरों की जिम्मेदारी नगर पालिका, नगर पंचायत, ग्राम पंचायत की है.

सहयोग के लिए वन विभाग तत्पर है, जो मदद होगी दी जाएगी. अब देखने वाली है कि जिला प्रशासन लोगों को बंदरों के आतंक से मुक्ति दिला पाता है या नही ?

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