पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल ने अनोखी योजना बनाई है. इसके तहत वह रेल यात्रियों को ईनाम भी देगा. रेल से यात्रा करने वाला आम आदमी हो, या कार्यरत-अवकाश प्राप्त रेल कर्मचारी व उसका परिवार. इस योजना में शामिल हो सकता है. उसे करना कुछ खास नहीं है. बस अपनी रेल यात्रा का अनुभव साझा करना है. इसके लिए 10 हजार रुपये तक पुरस्कार दिया जाएगा.
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पूर्वोत्तर रेलवे वाराणसी मंडल के जनसंपर्क अधिकारी अशोक कुमार ने बताया कि इस योजना में रेल सेवा को बेहतर बनाने की मंशा के साथ ही राष्ट्रभाषा हिंदी को बढ़ावा देने का उदेश्य भी छिपा है. इसके तहत रेलकर्मियों, सेवानिवृत्त रेलकर्मियों, उनके परिजन सहित आम जनता से रेल यात्रा सम्बंधित अनुभव साझा करने के लिए कहा जा रहा है. उनके अनुभवों के आधार पर रेल सुविधाओं को बेहतर किया जाएगा. साथ ही उनमें हिंदी के प्रयोग-प्रसार को बढ़ाने के उद्देश्य से रेल मंत्रालय (रेलवे बोर्ड) की ‘रेल यात्रा वृत्तांत पुरस्कार योजना-वर्ष 2024’ के अंतर्गत राष्ट्रीय स्तर पर हिंदी में लिखे गये रेल यात्रा से सम्बंधित अनुभव आमंत्रित किए गए हैं. इसमें विजेता प्रतिभागियों में एक को प्रथम पुरस्कार के रूप में 10,000 रुपये, द्वितीय पुरस्कार 8,000 रुपये व तृतीय पुरस्कार के रूप में 6,000 रुपये दिये जाएंगे. इसके अलावा पांच लोगों को प्रेरणा पुरस्कार के रूप में 4000 रुपये की राशि दी जाएगी. साथ ही प्रशस्ति-पत्र प्रदान किया जाएगा.
31 जुलाई तक भेजना है अनुभव
रेल यात्रा वृत्तांत प्रतियोगिता में भाग लेने वाले प्रतियोगी अपनी प्रविष्टि दो प्रतियों में 19 जुलाई तक राजभाषा अधिकारी, प्रमुख मुख्य कार्मिक अधिकारी कार्यालय, पूर्वोत्तर रेलवे गोरखपुर को भेजना है. वहीं, सेवानिवृत्त रेलकर्मी अथवा अन्य व्यक्ति अपनी टंकित प्रविष्टि दो प्रतियों में 31 जुलाई तक सहायक निदेशक हिंदी (प्रशिक्षण) को भेज सकते हैं.
कम से कम 3000 और अधिकतम 3500 शब्दों हो यात्रा की कहानी
रेल यात्रा वृत्तांत हिंदी भाषा में कम से कम 3,000 हजार एवं अधिकतम 3,500 शब्दों तक होना चाहिये. रेल यात्रा वृत्तांत डबल स्पेस में टाइप होना चाहिये. इसके चारों तरफ कम से कम एक इंच का हाशिया होना चाहिये. पृष्ठ क्रमानुसार अंकित होने चाहिये. शब्दों की कुल संख्या लिखी होनी चाहिये. वृत्तांत के प्रथम पृष्ठ के ऊपर एक अलग पन्ना लगाया जायेगा, जिस पर बड़े अक्षरों में रेल यात्रा वृत्तांत-2024 का लिखा शीर्षक होना चाहिए. इसके बाद लेखक द्वारा दिया गया शीर्षक, नाम, पदनाम, आयु, कार्यालय व निवास का पता, मातृभाषा, रेलवे फोन नम्बर, मोबाइल नम्बर, ई-मेल तथा वृत्तांत के शब्दों की संख्या आदि का उल्लेख किया जाना चाहिये.
ऐसे लोग नहीं कर सकेंगे भागीदारी
इस योजना में भाग लेने वाले केन्द्र व राज्य सरकार के अधिकारी, कर्मचारी पर सतर्कता व अनुशासन एवं अपील नियम से सम्बन्धित मामला लम्बित या विचाराधीन न हो. प्रतियोगिता में भाग लेने वाले अन्य व्यक्ति को भी घोषणा पत्र देना होगा कि उन पर अपराधिक मामला नहीं है. इसके अतिरिक्त सभी प्रतिभागियों को घोषणा पत्र में यह भी उल्लेख करना होगा कि संबंधित रेल यात्रा वृत्तांत मेरी मौलिक रचना है. इसे किसी अन्य पुरस्कार योजना के अंतर्गत पुरस्कृत नहीं किया गया है.