शिक्षक दिवस : पहली बार उच्च शिक्षण संस्थानों के 16 शिक्षकों को सम्मानित करेगी राष्ट्रपति मुर्मू
शिक्षक दिवस :आज देश भर में शिक्षक दिवस मनाया जा रहा है. इस दिन और खास बनाने के लिए आज राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज विज्ञान भवन में 82 शिक्षकों को सम्मानित करने वाली हैं. इसके साथ ही राष्ट्रपति पहली बार उच्च शैक्षिक संस्थानों और पॉलिटेक्निक के 16 अध्यापकों को भी सम्मानित करेंगी. आपको बता दें कि, इससे पहले यह पुरस्कार सिर्फ स्कूल शिक्षकों को दिया जाता था. ऐसे में आज पहली बार होगा जब उच्च शिक्षण संस्थानों के शिक्षको को इस पुरस्कार से सम्मानित किया जाएगा.
राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार का क्या है उद्देश्य ?
5 सितंबर को हर साल पूर्व राष्ट्रपति डॉ. सर्वपल्ली राधाकृष्णन की स्मृति में राष्ट्रीय शिक्षक दिवस मनाया जाता है. इस दिन देश में शिक्षकों के अद्वितीय योगदान को सम्मानित करने के लिए राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार दिया जाता है. इसको लेकर शिक्षा मंत्रालय ने कहा कि, इन पुरस्कारों का उद्देश्य उन शिक्षकों का सम्मान करना है, जिन्होंने अपनी प्रतिबद्धता और समर्पण के माध्यम से न केवल शिक्षा की गुणवत्ता में सुधार किया है, बल्कि छात्रों के जीवन को भी समृद्ध बनाया है.
इस वर्ष शिक्षकों का चयन तीन चरणों वाली एक प्रक्रिया से हुआ है, इस प्रक्रिया में जिला, राज्य और राष्ट्रीय स्तर पर शिक्षकों का चयन किया जाता है. शिक्षा मंत्रालय का स्कूली शिक्षा एवं साक्षरता विभाग हर साल 5 सितंबर को शिक्षक दिवस पर राष्ट्रीय स्तर का कार्यक्रम आयोजित करता है. राष्ट्रीय पुरस्कार देश के सर्वश्रेष्ठ शिक्षकों को मिलते हैं जो एक कठिन, पारदर्शी और ऑनलाइन चयन प्रक्रिया के माध्यम से चुने गए हैं.
कौन होता है इनका पात्र ?
इस पुरस्कार को राज्य सरकार, संघ राज्य क्षेत्र प्रशासन, स्थानीय निकाय और राज्य क्षेत्र बोर्ड से संबद्ध, संचालित और मान्यता प्राप्त स्कूलों में काम करने वाले शिक्षक और स्कूल प्रमुख पात्र हैं. इसके अलावा, केंद्रीय विद्यालय (केवी), जवाहर नवोदय विद्यालय (जेएनवी), रक्षा मंत्रालय (एमओडी), परमाणु ऊर्जा शिक्षा सोसायटी (एईईएस), जनजातीय मामलों के मंत्रालय, केन्द्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड (सीबीएसई) और भारतीय विद्यालय प्रमाणपत्र परीक्षा परिषद (सीआईएससीई) से संबद्ध स्कूलों को मान्यता दी गई है.
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राष्ट्रीय शिक्षक पुरस्कार की कब से हुई शुरूआत ?
इस पुरस्कार का लक्ष्य शिक्षकों की प्रतिष्ठा को बढ़ाना है और प्राथमिक, मध्यम और माध्यमिक स्कूलों में उत्कृष्ट शिक्षकों को सार्वजनिक रूप से मान्यता देना है. राष्ट्रपति हर साल चुने गए शिक्षकों को राष्ट्रीय पुरस्कार देकर सम्मानित करता है. नेशनल टीचर्स अवॉर्ड (एनएटी) के लिए इस साल 10 जुलाई तक आवेदन करने का समय दिया गया था. बता दें कि, यह पुरस्कार 5 सितंबर 1958 से ही दिया जा रहा है. साथ ही इसके लिए आवेदन किया जाता है, जिसके बाद चयनित होने पर सम्मानित किए जाने वाले अध्यापक को एक प्रशस्ति-पत्र, एक रजत पदक और 50,000 रुपये का नकद पुरस्कार दिया जाएगा.