Tabligh-e-Jamaat : कोरोना संदिग्ध क्वारंटाइन होम्स में नहीं कर पाएंगे अश्लील डांस
दो दिन पहले ही जिला स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों ने ऐसी शिकायत की थी
गाजियाबाद में Tabligh-e-Jamaat के कोरोना संक्रमित संदिग्ध अब क्वारंटाइन सेंटर्स में सिकुड़-सिमट कर रहेंगे। अब Tabligh-e-Jamaat के लोग नर्सों और डॉक्टरों के ऊपर थूकने की हिमाकत नहीं करेंगे। न ही महिला नर्सिंग स्टाफ के सामने नंगा नाच करके बीड़ी-सिगरेट पीने की कोशिश करेंगे। अगर Tabligh-e-Jamaat के लोगों ने ऐसा करने की जुर्रत की तो, इनसे अब सीधे पुलिस निपटेगी। फिलहाल इसकी सबसे पहले शुरुआत देश की राजधानी दिल्ली से सटे यूपी के गाजियाबाद जिले से हो रही है।
दो दिन पहले अधिकारियों ने शिकायत की थी
शुक्रवार रात यह जानकारी गाजियाबाद के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक कलानिधि नैथानी ने दी। उन्होंने कहा, “क्वारंटाइन और आइसोलेशन सेंटर्स की सुरक्षा की जरूरत महसूस हुई थी। दो दिन पहले ही जिला स्वास्थ्य विभाग अधिकारियों ने एक शिकायत की थी। शिकायत में कहा गया था कि जिले में स्थित एमएमजी राजकीय अस्पताल में कई संदिग्ध कोरोना संक्रमित भर्ती हैं। इनमें कुछ दिल्ली के निजामुद्दीन Tabligh-e-Jamaat मुख्यालय की यात्रा से लौटे संदिग्ध भी हैं।”
कई कोरोना संदिग्ध वार्ड में अश्लील डांस करते हैं
शिकायत में महिला नर्सिंग स्टाफ ने कहा था कि कई Tabligh-e-Jamaat कोरोना संदिग्ध वार्ड में अश्लील डांस करते हैं। अश्लील गाने महिला स्टाफ के सामने गाते हैं। उन्हें डाक्टर्स और नर्सिंग स्टाफ जो कहता है वो उसे नहीं मानते हैं। वार्ड में इधर उधर थूकते हैं। एसएसपी के मुताबिक, शिकायत में कहा गया था कि, कई संदिग्ध कोरोना Tabligh-e-Jamaat संक्रमित तबलीगी बीड़ी-सिगरेट जैसे नशीले पदार्थों की भी डिमांड करते हैं।
एसएसपी ने इस शिकायत की जांच 2 अप्रैल को गाजियाबाद एसपी सिटी मनीष मिश्रा और एडीएम शैलेंद्र सिंह की संयुक्त टीम से कराई थी। आरोप सही पाये गये। इसके बाद थाने में आरोपियों के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज करा दिया गया था।
डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा सर्वोपरि
एसएसपी के मुताबिक, “इन्हीं तमाम बिंदुओं को ध्यान में रखते हुए हमारे लिए डाक्टर और नर्सिंग स्टाफ की सुरक्षा सर्वोपरि लगी। लिहाजा मैंने हर क्वारंटाइन और आइसोलेशन सेंटर पर पुलिस टीमें तैनात करवा दी हैं। ताकि स्वास्थ्य सेवा से जुड़े किसी भी साथी-कर्मचारी को कोई समस्या न हो। इन सभी सेंटरों पर पुलिस क्षेत्राधिकारी को नोडल अधिकारी बनाया गया है। जबकि अपर पुलिस अधीक्षक पर्यवेक्षण अधिकारी होंगे। हर सेंटर का पुलिस इंचार्ज भी इंस्पेक्टर स्तर का अधिकारी होगा। 12-12 घंटे की दो शिफ्ट में एक-एक सब-इंस्पेक्टर तैनात रहेगा।”
इस पुलिस टीम के सहयोग के लिए दिन रात दो हवलदार और चार महिला सिपाही (जरूरत के मुताबिक) तैनात होंगी। एसएसपी ने कहा, “इन टीमों में जिस स्टाफ की ड्यूटी लगेगी, उसे ब्रीफ कर दिया गया है। ताकि कहीं कोई परेशानी न हो। साथ ही पुलिस अधिकारियों द्वारा खुद इन पुलिस टीमों की मॉनिटरिंग की जायेगी।”
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