बिहार के उप मुख्यमंत्री सुशील कुमार मोदी के बेटे उत्कर्ष की शादी यामिनी के साथ रविवार को पटना में संपन्न हो गई। यूं तो शादी समारोह में देश भर के राजनेता पहुंचे थे, लेकिन चेहरा चौंकाने वाला रहा। इस शादी में राष्ट्रीय जनता दल (आरजेडी) प्रमुख लालू प्रसाद यादव भी वर-वधू को आर्शीवाद देने पहुंचे।
शादी में बुलाया तो वे वहां जाकर तोड़फोड़ करेंगे
इस शादी में लालू का पहुंचना इसलिए चौंकाने वाला रहा, क्योंकि पिछले दिनों उनके बेट और पूर्व स्वास्थ्य मंत्री तेजप्रताप यादव ने उप मुख्यमंत्री सुशील मोदी को घर में घुस कर मारने की धमकी दी थी। इतना ही नहीं, तेज प्रताप ने ये भी धमकी दी थी कि अगर उन्हें सुशील मोदी ने अपने बेटे उत्कर्ष मोदी की शादी में बुलाया तो वे वहां जाकर तोड़फोड़ करेंगे। तेज प्रताप ने ये बातें औरंगाबाद की जनसभा में कही थी।
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मीडिया में ये भी खबरें आई थीं तेजप्रताप की धमकी के चलते सुशील कुमार मोदी ने अपने बेटे के शादी समारोह की जगह बदल दी थी। हालांकि जब मीडिया में खबरें आई की लालू यादव खुद उत्कर्ष मोदी की शादी में आर्शीवाद देने पहुंचेंगे। इसके बाद तेजप्रताप ने अपने सुर बदलते हुए कहा कि सुशील मोदी अच्छे से बेटे उत्कर्ष मोदी की शादी कराएं, वे वहां जाकर कुछ गलत नहीं करेंगे।
सुशील कुमार मोदी से गर्मजोशी से हाथ मिलाया
साथ ही उन्होंने ये भी कहा था कि वे सुशील मोदी से कहते हैं कि वे उनके लिए भी वधू ढूंढ दें। राजनीतिक मंच पर एक-दूसरे के घोर विरोधी लालू प्रसाद यादव जब शादी समारोह में पहुंचे तो उन्होंने सुशील कुमार मोदी से गर्मजोशी से हाथ मिलाया। उसके बाद लालू केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह की बगल वाली सीट पर बैठ गए। शादी समारोह में बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार भी पहुंचे थे, लेकिन लालू से उनकी कोई बातचीत नहीं हुई।
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सुशील कुमार मोदी के बेटे उत्कर्ष निजी क्षेत्र की एक कंपनी में कार्यरत हैं और उनकी पत्नी यामिनी कोलकाता में चार्टर्ड अकाउंटेंट हैं। विवाह समारोह में मौजूद गणमान्य व्यक्तियों में केंद्रीय मंत्रियों अरूण जेटली, रविशंकर प्रसाद, रामविलास पासवान, धर्मेंद्र प्रधान, गिरिराज सिंह, बिहार के राज्यपाल सत्यपाल मलिक, गोवा की राज्यपाल मृदुला सिन्हा, बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर और झारखंड के मुख्यमंत्री रघुवर दास शामिल थे।
बाल विवाह के खिलाफ बैनर और होर्डिंग लगे थे
परंपरा से अलग हटकर विवाह समारोह दिन में बिना किसी धूमधाम, गाजे बाजे और दावत के हुआ। सभी मेहमानों से विवाह समारोह में बिना किसी उपहार के आने का अनुरोध किया गया था और उन्हें एक पैकेट दिया गया जिसमें चार लड्डू थे।दूल्हे ने सामान्य सफेद रंग का खादी का कुर्ता, पैजामा और एक मैरून रंग की बंडी पहनी थी। वहीं दुल्हन ने लाल रंग की साड़ी पहनी थी। विवाह समारोह स्थल वेटनरी कालेज मैदान में दहेज और बाल विवाह के खिलाफ बैनर और होर्डिंग लगे थे। मैदान में एक स्टाल लगा था जहां से पर्चे बांटे जा रहे थे जिसमें लोगों से दहेज और बाल विवाह के खिलाफ संकल्प लेने का आग्रह किया गया था। वहीं एक अन्य स्टाल से मेहमानों को आंखें और अंग दान के लिए प्रोत्साहित करने संबंधी पर्चे बांटे जा रहे थे।
(साभार)