ज्ञानवापी मामला: चारों लिफाफे है सीलबंद तो कैसे वायरल हुए सर्वे के Video
उत्तर प्रदेश के वाराणसी स्थित ज्ञानवापी मामले में एक बड़ी लापरवाही सामने आई है. दरअसल, सर्वे की रिपोर्ट और वीडियो की सीडी पक्षकारों को सौंपे गए, जिसके बाद ही रिपोर्ट लीक हो गई, जिसमें सर्वे के वीडियो वायरल हो गए. मामला सामने आने पर हिंदू पक्ष अपना पल्ला झाड़ते हुए दावा किया कि सर्वे के वीडियो को किसी ने वायरल कर दिया है. इससे बहुत बड़ी साजिश की बू आ रही है. हिंदू पक्ष ने अपने चारों लिफाफे दिखाते हुए कहा कि लिफाफे अभी तक सील बंद हैं और वह इसे मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर देंगे.
हिंदू पक्ष के वकील हरिशंकर जैन और सुधीर त्रिपाठी ने कहा ‘हम लोगों को जो लिफाफा मिला है, उसे अभी तक खोला नहीं गया है. ऐसे में यह बड़ा सवाल है कि वीडियो कैसे लीक हो गया. अब हम लोग अपने सभी लिफाफे मंगलवार को कोर्ट में सरेंडर कर देंगे और हम कोर्ट से इस बारे में शिकायत करेंगे.’
मुस्लिम पक्ष के वकील अभय नाथ यादव ने कहा ‘कोर्ट के मना करने के बाद भी वीडियो कैसे वायरल हो गया. यह आश्चर्य और जांच का विषय है और दुस्साहस की बात है कि कोर्ट के मना करने के बाद भी वीडियो को वायरल किया जा रहा है. जिसके-जिसके कस्टडी में यह वीडियो रखा गया है, वह सभी जांच के दायरे में हैं. जनमानस को भ्रमित करने के लिए वीडियो को वायरल किया जा रहा है और जनमानस में अशांति फैलाने की साजिश है. वीडियो लीक करना और सार्वजनिक करना अदालत के आदेश की भी अवहेलना है. इस पर कोर्ट में अपनी बात रखी जाएगी और शिकायत की जाएगी.’
बता दें कोर्ट में शपथपत्र देने के बाद हिंदू पक्ष की तरफ से वादी पक्ष की 5 में से 4 महिलाओं को सील बंद लिफाफे में रिपोर्ट की सीडी मिली थी. ऐसा कहा गया कि शपथ पत्र नहीं देने के कारण दूसरे पक्ष को अभी रिपोर्ट या सीडी नहीं मिली है.