कानपुर में छात्र-छात्राओं पर लाठीचार्ज, दर्जनों घायल
बीएससी में फेल हुए छात्र छात्राओं ने सोमवार सुबह यूनिवर्सिटी गेट पर घेराव किया। वह पेपरों में पुनर्मूल्यांकन की मांग कर रहे थे। यूनिवर्सिटी प्रशासन मौके पर पहुंचा। इसी बीच गुस्साए छात्रों ने पथराव कर दिया। जवाब में मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने लाठीचार्ज कर दिया। घटना में दो दर्जन से अधिक छात्र छात्राएं घायल हो गए हैं।
60-65 प्रतिशत छात्र छात्राएं फेल हो गए हैं
पुलिस ने एक दर्जन से अधिक छात्र छात्राओं को हिरासत में लिया है। भारी पुलिस बल मौके पर मौजूद है।बीएससी परीक्षाओं में 60-65 प्रतिशत छात्र छात्राएं फेल हो गए हैं। इसी को लेकर उनका आरोप है कि परीक्षा में मूल्यांकन ठीक से नहीं किया गया। पुनर्मूल्यांकन की मांग कई दिनों से उठ रही थी। इसी को लेकर लगभग 300-400 छात्र छात्राएं सोमवार सुबह लगभग साढ़े दस बजे यूनिवर्सिटी गेट पर घेराव किया।
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यूनिवर्सिटी में परीक्षाएं चल रही थी जिसके कारण पुलिस बल की सहायता से छात्र छात्राओं को बाहर ही रोक लिया गया। नारेबाजी और शोर शराबे के बीच यूनिवर्सिटी प्रशासन मौके पर पहुंचा। वह छात्रों से बातचीत कर ही रहे थे कि इतनी देर में भीड़ में मौजूद कुछ अराजक तत्वों ने पथराव कर दिया।मौके पर मौजूद पुलिस फोर्स ने जवाब में छात्र छात्राओं पर लाठीचार्ज कर दिया।
एक दर्जन से अधिक छात्र छात्राओं को हिरासत में लिया है
पुलिस द्वारा उन्हें दौड़ा दौड़ाकर मारा गया। घटना में दो दर्जन से अधिक छात्र छात्राएं घायल हो गए। इसके बाद पुलिस ने एक दर्जन से अधिक छात्र छात्राओं को हिरासत में लिया है। छात्रों के इस आंदोलन में अखिल भारतीय वद्यिार्थी परिषद भी उतर आया था।
उसके नेता आशुतोष को भी पुलिस ने हिरासत में लिया है।आशुतोष के मुताबिक यूनिवर्सिटी प्रशासन ने पहले तो मूल्यांकन ठीक से नहीं किया अब उनका कहना है कि छात्रों के पास चैलेंज करने का अधिकार है। चैलेंज करने की फीस तीन हजार रुपए हैं। एक आम छात्र इतने पैसे कहां से लाएगा। यूनिवर्सिटी ने मास फेल किया है तो उसे इसका पुनर्मूल्यांकन कराना चाहिए।
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