चाय की दुकान चलाने के लिए छोड़ दी विदेश की नौकरी

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चाय की दुकान का नाम सुनते ही आपके सामने एक छोटी सी दुकान, टपरी, ठेला जिस के चारो तरफ खड़े लोग हाथ में चाय लेकर गप्पे मारते हुए। चाय की दुकान जिसको सुनकर आपके मन और दिमाग में एक और चीज जो उभरकर आती है वो है कि इस दुकान को चलाने वाला कोई अनपढ़ गांव से आया हुआ गरीब मजदूर टाइप का इंसान होता है। लेकिन क्या आप ने पहले कभी सुना होगा कि कोई विदेशों में लाखों की नौकरी छोड़ कर इसलिए अपने देश वापस आ गया क्योंकि उसे चाय की दुकान खोलनी थी।

सुनने में थोड़ा अटपटा लग रहा है लेकिन हकीकत यही है। मधुर मल्होत्रा जो ऑस्ट्रेलिया में लाखो का पैकेज पा रहे थे नौकरी छोड़कर वापस स्वदेश आ गए और आकर उन्होंने किसी बड़े बिजनेस में हाथ नहीं आजमाया बल्कि एक चाय की दुकान खोली। अब सोच रहे होंगे कि लाखों की नौकरी छोड़कर कोई चाय की दुकान खोलने वाला पागल ही होगा। लेकिन आपकी इन बातों से अलग एक बार थी इस चाय की दुकान में जो उन्हें आम से खास बना रही थी।

ऑस्ट्रलिया सरकार के साथ कर रहे थे काम

मधुर मल्होत्रा(Madhur Malhotra) जो मध्य प्रदेश के भोपाल शहर में शिवाजी नगर जोन-2 में अपनी चाय की दुकान को लेकर लोगों के बीच काफी पसंद किए जाते हैं। दरअसल, मधुर अपनी चाय की दुकान पर चाय के करीब 20 तरह से टेस्ट चाय में लोगों को दे रहे हैं। मधुर ऑस्ट्रेलिया में आईटी एंड कम्युनिकेशन में पीजी करने बाद वहां की सरकार के हेल्थ डिपार्टमेंट में नौकरी कर रहे थे।

लेकिन अब वो भोपाल शहर में चाय की दुकान चला रहे हैं। मधुर हमेशा से अपने देश में रहकर अपने कुछ करना चाहते थे। इसी सोच के साथ उन्होंने अपने देश आकर ये काम शुरू कर दिया। आप को बता दें कि ये चाय की दुकान खोलने के पीछे भी एक कहानी है। हुआ कुछ यूं कि एक दिन मधुर(Madhur Malhotra) अपने किसी दोस्त के साथ एक चाय की दुकान पर चाय पी रहे थे। जहां पर गंदगी के चारों तरफ ढेर लगे हुए थे।

तभी उनके मन में विचार आया कि क्यों न एक ऐसी दुकान खोली जाए जहां पर लोगों को साफ सुथरी जगह मिले और लोग वहां बैठकर चाय पीने के साथ कुछ समय गुजार सकें। बस इसी आइडिया के साथ ही मधुर ने चाय की दुकान खोल दी। मधुर(Madhur Malhotra) ने जब चाय की दुकान खोली तो सबसे पहले उनके यहां पर ईरानी चाय मिलती थी।

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चाय-34 नाम से खोला पहला टी स्टॉल

उन्होंने अपनी दुकान का नाम उन्होंने चाय-34 नाम रखा। उनकी ईरानी चाय ने कोई कमाल नहीं किया, जिसके बाद उन्होंने कुल्हड़ में लोगों को चाय सर्व करना शुरू किया। जो लोगों को अपनी ओर खींचने लगी और देखते ही देखते उनके स्टॉल पर भीड़ बढ़ने लगी। मधुर बताते हैं कि उनके चाय-34 में करीब 50 लीटर चाय आती है जो कुछ ही देर में खत्म हो जाती है।

मधुर(Madhur Malhotra) के स्टॉल पर देशी चाय के साथ ही फ्लेवर्स की अनेक वेराइटीज हैं मधुर बताते हैं कि वो चाय की क्वालिटी के साथ की समझौता नहीं करते हैं। मधुर चाय के मसाले अमेरिका से इंपोर्ट करते हैं। मधुर(Madhur Malhotra) अपने इस चाय-34 को बढ़ाते हुए अब फ्रेंचाइजी की भी शुरूआत की है। भोपाल से गुजरात के कई हिस्सों में विस्तार करने के लिए प्लान कर रहे हैं।

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