बंगाल पहुंचा ”रेमल” तूफान, बिहार समेत इन राज्यों में दिखेगा असर

तेज हवाओं के साथ भारी बारिश होने की संभावना ....

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रेमल तूफान रविवार की आधी राहत बांग्लादेश व पश्चिम बंगाल की समुद्री तट से टकराया है, इसके साथ ही इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश शुरू हो गयी है. वही रेमल का असर बिहार में देखने को मिल सकता है, प्रदेश के उत्तरी भाग के कुछ जिलों में सोमवार को इसकी वजह से भारी बारिश और तेज हवा चलने के आसार है. जानकारी के अनुसार, तूफान के असर की वजह से 30 से 40 किमी की रफ्तार से हवाएं चलेगी. इससे उत्तर बिहार में अधिकतम पारा गिरने की संभावना है , वही पटना सहित दक्षिण बिहार में उमस के साथ भीषण गर्मी रहेगी.

रविवार को बंगाल में चक्रवातीय तूफान के पुनर्गठन को देखते हुए कोलकाता-पटना-कोलकाता सेक्टर के बीच उड़ान भरनेवाली दोनों फ्लाइटों को रद्द कर दिया गया था. इस वजह से 700 यात्री हवाईअड्डे पर ही फंस गए. यह फ्लाइट देवघर से पटना जाने वाली थी, जिसे तूफान की वजह से रद्द कर पड़ा. आधी रात के बाद चक्रवाती तूफान रेमल बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के समुद्री तटों से टकरा गया. इसके बाद इन इलाकों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की शुरुआत हुई.

रेमल को लेकर मौसम विभाग ने जारी किया अलर्ट

पश्चिम बंगाल, ओडिशा और पूर्वोत्तर के लगभग सभी राज्यों में तेज हवाओं के साथ भारी बारिश की चेतावनी मौसम विभाग ने जारी की है. इन राज्यों में अगले दो दिनों तक तूफान का असर रह सकता है. रविवार को पीएम मोदी ने रेमल से निपटने के बारे में चर्चा करने के लिए एक बैठक की अध्यक्षता की थी. इस दौरान उन्होंने अफसरों को सभी एहतियाती कदम उठाने का आदेश दिया है. वही एक रिपोर्ट के अनुसार, रेमल के तटों पर पहुंचने पर हवाएं 110 से 120 km/h की रफ्तार से चलीं. जब यह पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के तटीय इलाकों में पहुंचा तो, ऊंची तूफानी लहरों ने निचले इलाकों को भर दिया.

सोमवार तक के लिए मौसम विभाग ने पश्चिम बंगाल और उत्तरी ओडिशा के तटीय जिलों में भारी वर्षा की चेतावनी जारी की है, साथ ही मेघालय और असम में भी भारी बारिश की आशंका है. वही सोमवार और मंगलवार को मणिपुर, नगालैंड, अरुणाचल प्रदेश और त्रिपुरा में भारी बारिश होने की उम्मीद है. तूफान के कारण पश्चिम बंगाल के संवेदनशील क्षेत्रों से एक लाख से अधिक लोग सुरक्षित स्थानों पर स्थानांतरित किए गए. वही आठ लाख से अधिक लोगों को बड़े खतरे की आशंका के बीच बांग्लादेश के संवेदनशील क्षेत्रों से सुरक्षित स्थानों पर भेजा गया.

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बंदरगाह पर 12 घंटे के लिए परिचालन पर लगी रोक

पश्चिम बंगाल के पूर्व मेदिनीपुर जिले और दक्षिण 24 परगना जिले में कई ट्रेनों के संचालन पर पूर्वी और दक्षिण पूर्वी रेलवे ने रोक लगा दी है. वही रविवार दोपहर से कोलकाता हवाई अड्डे के अधिकारियों ने उड़ान संचालन को 21 घंटे के लिए रोका है, इससे देश-विदेश की 394 उड़ानें प्रभावित होंगी. रविवार शाम से कोलकाता के श्यामा प्रसाद मुखर्जी बंदरगाह पर भी माल और कंटेनर प्रबंधन का परिचालन 12 घंटे तक रोक दिया गया है.

भारतीय तट रक्षक ने जान-माल के नुकसान को कम करने के लिए सुरक्षा उपायों को अपनाया है. हल्दिया और पारादीप में वाणिज्यिक पोतों और मछली पकड़ने वाले पोतों को सतर्क किया गया है. आईसीजी ने हल्दिया, फ्रेजरगंज, पारादीप और गोपालपुर में आपदा राहत दल बनाए हैं, साथ ही पोत और विमान भी बनाए हैं. कोलकाता पुलिस मुख्यालय में एक नियंत्रण कक्ष है. कोलकाता पुलिस की दस टीमें शहर के दस पुलिस विभागों में तैनात हैं.

 

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