शेयर बाजार में उछाल: सेंसेक्स में 700 अंकों से ज्यादा की वृद्धि, निवेशकों को मिली राहत
शेयर बाजार में एक फीसदी की गिरावट के बाद आज सेंसेक्स और निफ्टी दोनों में शानदार तेजी देखने को मिल रही है. कल आईटी सेक्टर में आई बिकवाली ने बाजार को नीचे धकेल दिया था, लेकिन आज के शुरुआती कारोबार में बाजार में बंपर रैली आई है. सेंसेक्स आज 732 अंक चढ़कर 79,776 के स्तर पर कारोबार कर रहा है, जबकि निफ्टी 205 अंक बढ़कर 24,119 पर पहुंच गया है. यह रिपोर्ट सुबह 11 बजे तक की है, जब तक बाजार में यह तेजी बनी हुई है.
आज इन कंपनियों के शेयरों में आई तेजी …
आज के बाजार में आई तेजी का एक बड़ा कारण अंतरराष्ट्रीय बाजार से मिल रहे सकारात्मक संकेत हैं, घरेलू बाजार के प्रमुख शेयरों में से कुछ में जोरदार उछाल आया है. सेंसेक्स में शामिल सन फार्मा और भारती एयरटेल के शेयरों में 3% की तेजी आई, जबकि महिंद्रा एंड महिंद्रा (एमएंडएम), रिलायंस, एलएंडटी, अडानी पोर्ट्स और जेएसडब्ल्यू स्टील के शेयरों में करीब 2% की बढ़त दर्ज की गई.हालांकि, पावर ग्रिड, इंडसइंड बैंक और एसबीआई के शेयरों में गिरावट देखी गई है. बीएसई में सूचीबद्ध सभी कंपनियों का कुल बाजार पूंजीकरण 2.27 लाख करोड़ रुपये बढ़कर 445.54 लाख करोड़ रुपये तक पहुंच गया है.
कल 28 नवंबर को भारतीय शेयर बाजार में आई गिरावट का मुख्य कारण आईटी सेक्टर में आई कमजोरी थी, इस कमजोरी के पीछे अमेरिका के नवनिर्वाचित राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप की नीतियों को लेकर बढ़ी चिंताएं थीं. इसके अलावा, अमेरिकी बाजार में ब्याज दरों में कटौती को लेकर अनिश्चितता भी बढ़ गई थी. अमेरिकी महंगाई के आंकड़े यह दिखाते हैं कि अक्टूबर में उपभोक्ता खर्च में वृद्धि हुई, जिससे यह चिंता उत्पन्न हुई कि भविष्य में ब्याज दरों में कटौती की गति अपेक्षाकृत धीमी हो सकती है.
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कल क्यों आई थी गिरावट ?
अमेरिका के इस कदम का भारतीय शेयर बाजार पर भी सीधा असर पड़ा, विशेष रूप से आईटी और फार्मा सेक्टर पर, जिनका अमेरिकी बाजार से काफी जुड़ाव है. इसके अलावा अमेरिका द्वारा चीन पर लगाए गए टैरिफ चार्ज का असर भी आईटी स्टॉक्स पर पड़ा है. इससे भारतीय आईटी कंपनियों के लिए भी चिंता बढ़ गई कि जब पूरा आदेश जारी होगा, तो क्या भारतीय कंपनियों का नाम भी इसमें आ सकता है. नतीजतन, निफ्टी आईटी इंडेक्स में 2% से अधिक की गिरावट दर्ज की गई.
हालांकि, आज के बाजार में तेजी का मुख्य कारण बाजार से जुड़े निवेशकों और विश्लेषकों द्वारा वैश्विक संकेतों का सकारात्मक प्रभाव माना जा रहा है. अंतरराष्ट्रीय बाजार में तेजी के साथ-साथ घरेलू कंपनियों के अच्छे प्रदर्शन के कारण भारतीय शेयर बाजार में एक बार फिर से रैली देखने को मिल रही है. इससे भारतीय निवेशकों का मनोबल बढ़ा है और बाजार में उछाल देखने को मिल रही है.