स्टिंग ऑपरेशन में फंसे योगी सरकार के तीन मंत्रियों के निजी सचिव
योगी सरकार के तीन मंत्रियों के निजी सचिवों के स्टिंग ऑपरेशन में फंसने के बाद प्रशासन ने बड़ी कार्रवाई की है। प्रशासन ने तीनों सचिव को निलंबित करते हुए एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए हैं। सीएम योगी ने मामले की जांच के लिए एसआईटी गठित करके दस दिनों के अंदर रिपोर्ट मांगी है।
मालूम हो कि, एक निजी चैनल के स्टिंग ऑपरेशन में योगी सरकार के तीन मंत्रियों ने काम कराने के एवज में पैसे की मांग करते हुए पकड़े गए। कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप, खनन राज्य मंत्री अर्चना पांडेय के निजी सचिव एसपी त्रिपाठी और शिक्षा राज्य मंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी को निलंबित किया गया है।
योगी सरकार ने मामले का संज्ञान लेते हुए एसआईटी का गठन किया है। एसआईटी की गठित टीम में आईजी एसटीएफ एवं सतर्कता अधिष्ठान के वरिष्ठ अधिकारी इसके सदस्य होंगे। वहीं, विशेष सचिव आईटी राकेश वर्मा भी जांच में सहयोग करेंगे। स्टिंग ऑपरेशन में पिछड़ा वर्ग कल्याण मंत्री राजभर के निजी सचिव ओम प्रकाश कश्यप ने बेसिक शिक्षा विभाग में तबादला कराने के नाम पर चालीस लाख रुपये की मांग कर रहे हैं।
खनन राज्यमंत्री अर्चना पांडेय के निजी सचिव एसपी त्रिपाठी भी सहारनपुर समेत आधा दर्जन जिलों में खनन पट्टा दिलाए जाने के लिए डील करते दिखाई दे रहे हैं।संदीप सिंह के सचिव किताबों का ठेका दिलाने की डील करते दिखे। वहीं बेसिक शिक्षा राज्यमंत्री संदीप सिंह के निजी सचिव संतोष अवस्थी मंत्री के कमरे में ही किताबों का ठेका दिलाने के लिए डील कर रहे हैं।
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