लालू को सजा देने वाले जज को ही नहीं मिल रहा न्याय
चारा घोटाले में राष्ट्रीय जनता दल के अध्यक्ष लालू प्रसाद यादव के साथ ही अन्य दोषी को सजा सुनाकर सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह बेहद चर्चा में हैं। बेहद न्यायप्रिय जज की छवि वाले शिवपाल सिंह को उनके घर उत्तर प्रदेश में ही न्याय की दरकार है। प्रदेश के जालौन के निवासी शिवपाल सिंह पैतृक जमीन के बीच से चक रोड निकाले जाने से बेहद परेशान हैं। लालू ने जज से कहा कि हमने कुछ नहीं किया जज साहब, जेल में बहुत ठंड लगती है।
ALSO READ : बंगले के अंदर बैठे थे शॉटगन, बीएमसी ने ढहाया अवैध ढांचा
इस पर जज शिवपाल सिंह ने कहा कि तबला बजाइये। लालू प्रसाद ने फैसला आने से पहले कहा कि साहब फैसला देने के पहले ठंडे दिमाग से विचार करियेगा।इस पर न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने कहा कि आपके शुभचिन्तक दूर-दूर से फोन कर रहे हैं। लालू ने मजाकिया अंदाज में कहा कि जेल में एक किन्नर भी बन्द है, गलती से आ गया है। इस पर न्यायाधीश ने भी अपने हल्के अंदाज में कहा कि अब आप हैं तो सब ठीक हो जायेगा। लालू यादव ने जज से कहा कि उन्होंने लॉ की डिग्री ली है. इसके अलावा पटना हाईकोर्ट और सुप्रीमकोर्ट दोनों जगह उनका रजिस्ट्रेशन भी है। तब जज शिवपाल सिंह ने कहा कि उन्हें अपनी डिग्री दिखानी चाहिए। उन्होंने लालू यादव को सुझाव भी दिया कि आप जेल में बैठे-बैठे कोई दो-तीन महीने वाला कोर्स कर लें जिससे जेल के अन्य कैदियों के लिए प्रेरणा स्रोत बने रहेंगे।
बीचों-बीच चक रोड निकल जाने से वे परेशान हैं
लालू प्रसाद यादव जैसे बेहद ही कद्दावर नेता को जेल भेजने वाले जज शिवपाल सिंह अपने घर यानी उत्तर प्रदेश में ही न्याय पाने से वंचित हैं। रांची में अपराधी को सजा एवं आम लोगों को न्याय दिलाकर चर्चा में आने वाले सीबीआई के विशेष न्यायाधीश शिवपाल सिंह को अपने प्रदेश यानी उत्तर प्रदेश में ही न्याय नहीं मिल पा रहा है। न्यायाधीश शिवपाल सिंह के घर के लोग जालौन में अब न्याय पाने के लिए अधिकारियों के दरवाजे पर दस्तक दे रहे हैं। यहां पर प्रसाशनिक अधिकारियों की उदासीनता के कारण उन्हें न्याय नहीं मिल रहा है।रांची में सीबीआई के जज शिवपाल सिंह के साथ ही उनके परिवार के लोग न्याय के लिये जालौन में अधिकारियों के चक्कर लगा रहे हैं। तमाम प्रयासों के वावजूद भी उन्हें न्याय नहीं मिल पा रहा है। रांची सीबीआई के जज शिवपाल सिंह मूल रूप से जनपद जालौन के गांव शेखपुर खुर्द के निवासी हैं। अपनी पैतृक जमीन के बीचों-बीच चक रोड निकल जाने से वे परेशान हैं।
also read : आई लव मुस्लिम्स’ मैसेज भेजा तो BJP नेता ने दी धमकी, युवती ने किया सुसाइड
इस मामले में वह यहां पर आकर कई बार जालौन के आला अधिकारियों के चक्कर लगा चुके हैं, लेकिन अधिकारी उनकी समस्या पर तनिक भी गौर नहीं कर रहे हैं। जिससे जज और उनका परिवार परेशान है।उनकी पैतृक जमीन से चक रोड निकाले जाने के मामले को लेकर में जज शिवपाल सिंह के भाई सुरेन्द्र पाल सिंह ने बताया कि मामला 2006 का है। उनके भाई शिवपाल एवं उनकी जमीन शेखपुर खुर्द में अराजी नंबर 15 और 17 में है। जिसके वह संक्रमणीय भूमिधर है। उनकी जमीन पर पूर्व प्रधान ने अपने कार्यकाल के दौरान बिना किसी अधिकार के चकरोड मार्ग बनवा दिया। सरकारी कागजों में चकरोड मार्ग गाटा संख्या 13 है।
मामला अभी उनके संज्ञान में आया है
मामले को लेकर जज शिवपाल सिंह तथा उनके भाई सुरेंद्र पाल सिंह जिले के अधिकारीयों से न्याय की गुहार लगा चुके हैं, लेकिन उन्हें अभी तक न्याय नहीं मिला। सुरेन्द्र पाल ने कहा कि दूसरों को न्याय देने वाले उनके भाई को न्याय की दरकार है। यह मामला सामने आने के बाद जालौन उप जिलाधिकारी भैरपाल सिंह ने कहा कि मामला अभी उनके संज्ञान में आया है। इसकी जांच कराकर उचित कारवाई की जाएगी।चारा घोटाला के आरोपी लालू प्रसाद यादव सहित अन्य आरोपियों को जज शिवपाल सिंह ने कहा इन आरोपियों के लिए ओपन जेल ठीक होगी क्योंकि उन्हें गाय पशुपालन का अनुभव है। विशेष सीबीआई न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने अदालत में पेश लालू प्रसाद की ओर इशारा कर पूछा कि जेल में कोई दिक्कत तो नहीं। जवाब में लालू ने कहा कि साहब जेल में मेरे परिचितों को मुझसे मिलने नहीं दिया जा रहा है। न्यायाधीश शिवपाल सिंह ने मुस्कराते हुए कहा कि इसीलिए तो आपको अदालत में बुलाते हैं जिससे आप सबसे मिल सकें।
दैनिक जागण
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं।)