येदियुरप्पा का बयान गुंडागर्दी को दिखाता है : सिद्धारमैया
कर्नाटक में मतदान की तारीख करीब आने के साथ ही जुबानी जंग तीखी होती जा रही है। मुख्यमंत्री सिद्धारमैया(Siddaramaiah) ने बीजेपी के सीएम कैंडिडेट बीएस येदियुरप्पा के बयान पर कड़ी प्रतिक्रिया दी है। सिद्धारमैया ने इसे सीधे तौर पर गुंडागर्दी करार दिया। साथ ही कर्नाटक के सीएम ने येदियुरप्पा के प्रचार अभियान पर भी सवाल खड़े किए।
गुंडागर्दी वाली मानसिकता को दर्शाता है बयान
मीडिया से बातचीत में सिद्धारमैया ने कहा, ‘येदियुरप्पा का यह बयान उनके अंदर गुंडागर्दी को दर्शाता है। क्या किसी को पोलिंग बूथ तक खींचकर लाया जा सकता है? उनका प्रचार अभियान पूरी तरह से फर्जी है।’ दरअसल येदियुरप्पा ने कहा था कि अगर कोई वोट देने नहीं आ रहा है, तो उसके हाथ-पैर बांधकर वोट डलवाने के लिए बूथ तक लाओ।
येदियुरप्पा का विवादित बयान
दो दिन पहले ही बेलगावी में अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं में जोश भरने के अंदाज में बीएस येदियुरप्पा ने कहा, ‘अब आराम मत करिए। अगर आपको लगता है कि कोई व्यक्ति ऐसा है जो वोट नहीं करने वाला है तो उसके घर जाइए, उसे हाथ-पैर बांधकर ले आइए और महंतेश डोड्डागौडर के लिए वोट डलवाइए।’
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कर्नाटक का चुनावी गणित
बता दें कि कर्नाटक में विधानसभा चुनाव के लिए 12 मई को वोट डाले जाएंगे। फिलहाल कर्नाटक की सत्ता पर कांग्रेस काबिज है और बीजेपी अपनी वापसी के लिए ताकत झोंक रही है। चुनाव से ठीक पहले कांग्रेस ने लिंगायतों को धार्मिक अल्पसंख्यक का दर्जा देने की सिफारिश की थी। इसे बीजेपी के वोट बैंक में सेंध के रूप में देखा जा रहा है।
लिंगायत समुदाय से आते हैं येदियुरप्पा
बीजेपी के सीएम कैंडिडेट येदियुरप्पा खुद लिंगायत समुदाय से आते हैं। 17 फीसदी लिंगायत समुदाय का करीब 100 सीटों पर असर है, वहीं 12 फीसदी आबादी वाला वोक्कालिगा समुदाय दक्षिण कर्नाटक में प्रभावी है। जेडी (एस) के एचडी कुमारस्वामी वोक्कालिगा समुदाय से आते हैं। 10 मई को शाम पांच बजे राज्य में प्रचार का शोर थम जाएगा।