पाकिस्तान के प्रधानमंत्री इमरान खान का यौन हिंसा पर दिया बयान सुर्खियों में हैं. अपने इस बयान के कारण वो देश में उदारवादी मुस्लिम महिलाओं के निशाने पर हैं. आपको बता दें कि दो महीने पहले ही वह पाकिस्तान में यौन हिंसा पर बेतुका बयान दे चुके हैं. अब एक बार फिर उन्होंने महिला विरोधी बयान दिया है और विपक्ष के निशाने पर आ गए हैं. एक साक्षात्कार में उन्होंने यौन हिंसा के लिए सीधे तौर पर महिलाओं को जिम्मेदार माना है. उन्होंने पर्दा प्रथा का पक्ष लेते हुए कहा कि इसके खत्म होने से समाज में यौन शोषण बढ़ा है.
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‘यौन हिंसा के लिए छोटे कपड़े जिम्मेदार’
प्रधानमंत्री इमरान खान ने समाज में बढ़ते यौन हिंसा के लिए महिलाओं को जिम्मेदार ठहराया है. एक साक्षात्कार में उनसे देश में बढ़ते यौन अपराधों को लेकर सवाल पूछा गया था. इसके उत्तर में उन्होंने इसके लिए पर्दा प्रथा के खत्म होने और छोटे कपड़ों को जिम्मेदार माना. उन्होंने महिलाओं को पर्दे में रहने की सलाह दी है. उन्होंने जोर देकर कहा कि समाज में यौन हिंसा की बढ़ती घटनाओं के पीछे महिलाओं के छोटे कपड़े जिम्मेदार है. उन्होंने कहा कि अगर कोई महिला कम कपड़े पहनती है, तो इसका सीधा असर पुरुषों पर पड़ेगा. उन्होंने कहा कि पुरुष कोई रोबोट नहीं है कि इसका असर उस पर नहीं पड़े. उन्होंने इसे कॉमन सेंस कहा.
महिलाओं के खिलाफ पहले भी दे चुके हैं बयान
पाकिस्तान प्रधानमंत्री इससे पहले भी महिलाओं को लेकर ऐसे विवादित बयान दे चुके हैं. देश में यौन हिंसा की बढ़ती घटनाओं पर घिरे इमरान ने एक बार फिर अटपटा बयान दिया है. उन्होंने महिलाओं को पर्दा करने की सलाह दे डाली थी. इसके पूर्व पर्दा प्रथा को कमजोर करने के लिए और अश्लीलता के लिए भारत और यूरोप को जिम्मेदार ठहराया था. इमरान ने कहा था कि हमें पर्दा प्रथा की संस्कृति को बढ़ावा देना होगा, ताकि प्रलोभन से बचा जा सके.
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