संजय निरुपम का बयान, कहा- महाविकास अघाड़ी नहीं बल्कि महाविनाश अघाड़ी
मुंबई: एकनाथ शिंदे गुट के नेता संजय निरुपम ने महाविकास अघाड़ी (कांग्रेस, शिवसेना ‘उद्धव गुट’ और एनसीपी ‘शरद पवार’) पर हमला बोला है. उन्होंने कहा कि ये महाविकास अघाड़ी नहीं बल्कि महाविनाश अघाड़ी है. इन्होंने पिछले 100 घंटे में दिल्ली से मुंबई एक कर दिया. अभी तक फैसला नहीं कर पाए. कल देर रात सामने आए तो देश को एक नया गणित बताया कि हम सभी 85-85-85 सीटों पर लड़ेंगे.
कौन किसको धोखा दे रहा है…
संजय निरुपम ने कहा कि MVA के नेता यह बताएं कि कौन किसको धोखा दे रहा है. ये आने वाले दिन में पता चलेगा लेकिन जिस कांग्रेस का स्ट्राइक रेट सच में लोकसभा में बेहतर था, आज उसको 15-15 सीट वाली उद्धव की पार्टी और एनसीपी शरद गुट के सामने सरेंडर करना पड़ रहा है. ये उद्धव और शरद गुट कांग्रेस को खत्म करने की साजिश कर रहे हैं.
क्यों हुई उद्धव की पार्टी की दुर्गति…
संजय निरुपम ने कहा कि, स्वर्गीय बाला साहेब के जमाने शिवसेना हमेशा डेढ़ सौ यानी की 100 से ज्यादा सीटों पर लड़ती थी. वो भी आसानी से तो अब एमवीए में जाने के बाद उद्धव 85 पर आ गए हैं और राउत साहब कहते हैं कि वो सेंचुरी मारेंगे. अब सवाल ये है कि वो सीट लेकर सेंचुरी मारेंगे या जीतकर. आज उद्धव की पार्टी की इतनी दुर्गति हो गई है कि 85 पर संतोष करना पड़ रहा है.
कांग्रेस का अस्तित्व अंधकार में …
संजय ने कहा कि जो लोग अपना गठबंधन नहीं चला सकते, अपने सहयोगियों का सम्मान नहीं करते और सीट शेयरिंग के नाम पर जिस तरह से एक-दूसरे के खिलाफ अभद्र भाषा का इस्तेमाल कर रहे हैं, उन्हे महाराष्ट्र की जनता चुनकर नहीं भेजेगी. एनडीए में किसी तरह की कोई खींचतान नहीं है.
कांग्रेस का अस्तित्व अंधकार में है. रायबरेली की सीट भी सपा के सहारे जीत गए थे. साथी दल के जरिए उनका स्ट्राइक रेट कहीं ठीक-ठाक है, ऐसा नहीं है. महाराष्ट्र ताजा उदाहरण है. किस तरह से उद्धव की पार्टी ने उनके मुंह पर तमाचा मारा है. अभी और दुर्गति होगी. आने वाले समय में ऐसा न हो कि कांग्रेस को अपने सभी उम्मीदवारी को जिताने के लिए मित्र पक्ष का सहारा लेना पड़े.
अनिल देशमुख की किताब पर
अनिल देशमुख की किताब पर भी संजय निरुपम ने रिएक्शन दिया. उन्होंने कहा कि मनी लॉन्ड्रिंग और वसूली के आरोपों में जेल जाकर आए और अब किताब लिखकर बता रह हैं. जो व्यक्ति गृह मंत्री रहते हुए 100 करोड़ की वसूली करवा रहा हो, उसकी बातों को गंभीरता से नहीं लेना चाहिए.
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कांग्रेस में किसी का मान सम्मान नहीं
संजय निरुपम ने ने कहा कि बेचारे खरगे दिन-रात गांधी परिवार की स्तुति करते रहते हैं लेकिन उन्हें ही दरवाजे से बाहर रखने का एक षडयंत्र रचा गया था. कांग्रेस में किसी का मान सम्मान नहीं है, जो है वो गांधी परिवार ही है.
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अमित ठाकरे के चुनावी मैदान में आने पर
निरुपम ने कहा, वो राज ठाकरे के बेटे हैं. राज ठाकरे की अलग पार्टी है. उन्हें पूरी स्वतंत्रता है अपने उम्मीदवार उतारने की. मगर, वहां शिंदे गुट के सिटिंग विधायक हैं जो बहुत सीनियर हैं. ऐसे में दादर और माहिम की जनता के लिए कौन उपयोगी होगा, ये जनता तय करेगी.