क्या जामा मस्जिद है हरिहर मंदिर, जानें क्या कहते हैं साक्ष्य?…
संभल: उत्तर प्रदेश के संभल में रविवार को जामा मस्जिद के सर्वे को लेकर बड़ा बवाल हुआ जिसने हिंसक रूप ले लिया. इस हिंसा में अब तक 5 लोगों की मौत हो गयी है जबकि 20 से अधिक पुलिसकर्मी घायल है. मस्जिद में सर्वे के दौरान भीड़ ने पुलिस पर पत्थरबाजी और आगजनी की जिसके बाद पुलिस ने भीड़ को काबू करने के लिए आंसू गैस के गोले छोडे और लाठीचार्ज किया.
हिंसा में अब तक 2 महिलाओं समेत 15 लोग गिरफ्तार…
बता दें की इस हिंसा में अब तक पुलिस ने 2 महिलाओं समेत 15 लोगों को गिरफ्तार किया है. इतना ही नहीं हिंसा को देखते हुए प्रशासन ने आज के लिए जिले में कालेज और इंटरनेट बंद करने की आदेश दिए हैं. वहीं, पुलिस ने बताया की यह हिंसा उकसावे का परिणाम है और इसमें शामिल लोगों पर NSA की कार्यवाही की जाएगी.
मस्जिद में सर्वे की दौरान हिंसा…
बता दें कि, संभल में जामा मस्जिद को हरिहर मंदिर बताने वाली याचिका पर सुनवाई करते हुए कोर्ट ने मस्जिद के सर्वे का आदेश दिया था. इससे पहले 19 नवंबर को सर्वे हुआ था लेकिन जब सर्वे टीम दूसरी बार 24 नवंबर को पहुंची तो मस्जिद की खिलाफ सर्वे को लेकर भीड़ ने इसका विरोध किया. मस्जिद में मस्जिद कमेटी की सहमति से दोनों पक्षों की मौजूदगी में सर्वे होना था.
जामा मस्जिद या हरिहर मंदिर…
संभल की शाही जामा मस्जिद को लेकर सवाल उठ रहा है. क्या यह वास्तव में हरिहर मंदिर को तोड़कर एक मस्जिद बनाई गयी थी. इतना ही नहीं सर्वे में कई चौंकाने वाले खुलासे किये गए हैं. यह रिपोर्ट एसीएल कार्लाइल द्वारा तैयार की गई थी और “Tours in the Central Doab and Gorakhpur 1874–1875 and 1875–1876” शीर्षक के तहत प्रकाशित हुई.
1875 की ASI रिपोर्ट के निष्कर्ष
गौरतलब है को 1875 में ASI द्वारा तैयार रिपोर्ट, “Tours in the Central Doab and Gorakhpur 1874–1875 and 1875–1876”, में संभल की जामा मस्जिद का विस्तृत सर्वेक्षण दर्ज है. रिपोर्ट में मस्जिद के अंदर और बाहर के खंभों को हिन्दू मंदिर का बताया गया है. जिन्हें प्लास्टर लगाकर छिपाने का प्रयास किया गया. मस्जिद के एक खंभे से प्लास्टर हटने पर लाल रंग के प्राचीन खंभे दिखाई दिए, जो हिंदू मंदिरों में इस्तेमाल होने वाले डिज़ाइन और संरचना के थे.
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ASI का तर्क…
रिपोर्ट के अनुसार, मस्जिद में एक शिलालेख है जिसमें लिखा है कि इसका निर्माण 933 हिजरी में मीर हिंदू बेग ने पूरा किया था. मीर हिंदू बेग बाबर का दरबारी था, जिसने एक हिंदू मंदिर को मस्जिद में परिवर्तित किया. ASI के मुताबिक, यह शिलालेख इस बात का प्रमाण है मस्जिद का निर्माण किसी हिंदू धार्मिक स्थल को बदलकर किया गया था.
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बाबरनामा का उल्लेख…
इतना ही नहीं हिन्दू पक्ष की याचिका में बाबरनामाका जिक्र किया गया है. वह बाबरनामा जिसे बाबर ने खुद लिखा था और ब्रिटिश ओरिएंटलिस्ट एनेट बेवरिज ने अनुवाद किया. कहा जा रहा है को बाबरनामा की पृष्ट 687 में लिखा है कि-बाबर के एक आदेश पर उसके दरबारी मीर हिन्दू बेग ने संभल के हिंदू मंदिर को जामा मस्जिद में परिवर्तित किया. यह विवरण शिलालेख से मेल खाता है, जिसमें मीर हिंदू बेग का नाम और 933 हिजरी वर्ष में मस्जिद के निर्माण का उल्लेख है.