अखिलेश से नाराज शिवपाल चाचा ने चला सियासी चाल…
समाजवादी पार्टी के कद्दावर नेता शिवपाल यादव ने सभी दलों के बागी नेताओं को खुला निमंत्रण दिया है कि जिन्हें भी सम्मान नहीं मिल रहा और भटक रहे वो उनके साथ शामिल हो सकते हैं।
शिवपाल यादव ने ऐसे सभी बागी नेताओं को अपने संगठन समाजवादी सेक्युलर मोर्चा में शामिल होने का निमंत्रण दिया है। शिवपाल यादव ने कहा कि जिसे भी समाजवादी पार्टी में सम्मानीय स्थान नहीं मिल रहा है वो मेरे साथ आ जाए और समाजवादी सेक्युलर मोर्चा में शामिल हो सकता है।
बीते कुछ दिनों से समाजवादी पार्टी में अच्छा खासा घमासान मचा। पहले मुलायम ने एक कार्यक्रम के दौरान सम्मान न मिलने का दर्द बयां फिर उनके बाद पंखुड़ी पाठक का पार्टी छोड़ना और राज्यसभा सांसद अमर सिंह की बयानबाजी ने सपा को मुश्किलों में ला दिया है, तो इधर मंगलवार की रात सोहेलदेव पार्टी के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने भी अनौपचारिक तरीके से शिवपाल यादव से मुलाकात की थी।
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ये हालात किसी बड़े धमाके का इशारा कर रहे हैं। शिवपाल पहले ही कह चुके हैं कि वो सभी छोटे-मोटे दलों के बागी नेताओं को अपने मोर्चो में शामिल करेंगे। शिवपाल ने कहा कि जितने लोग उपेक्षित है उन्हें एकत्र करके संगठन बनाएंगे। अखिलेश यादव के किसी का सम्मान न करने के कारण सपा कमजोर हो गई है।
‘शायद मरने के बाद हो मेरा सम्मान’
आपको बता दें कि मुलायम सिंह ने एक कार्यक्रम के दौरान अपना दर्द बयां किया था। समाजवादी पार्टी के संरक्षक व पूर्व अध्यक्ष मुलायम सिंह यादव शनिवार को वरिष्ठ सपा नेता भगवती सिंह के 86वें जन्मदिन समारोह में भावुक हो गए थे। उन्होंने कहा था कि आज हमारा कोई सम्मान नहीं करता, लेकिन मेरे मरने के बाद शायद करें। मुलायम ने यह बात राजधानी लखनऊ के कैसरबाग स्थित गांधी प्रेक्षागृह में कही थी ।
पार्टी को बनाने में उनका बड़ा योगदान रहा
इस कार्यक्रम में मुलायम ने भगवती के साथ संस्मरणों को साझा करते हुए कहा कि मेरा साथ ऐसा होगा, लोग मरने के बाद सम्मान करेंगे। इससे पहले राम मनोहर लोहिया के साथ भी ऐसा ही हुआ था।मुलायम सिंह ने बताया कि वह भी इसी तरह कहा करते थे कि उनका कोई सम्मान नहीं करता। उन्होंने कहा कि वे पुराने समाजवादी साथी रहे और पार्टी को बनाने में उनका बड़ा योगदान रहा। संघर्ष के दौर में जब समय पर खाना भी नहीं मिलता था, उस समय वे लइया-चना खाकर पेट भरा करते थे। उनके साथ कई दशकों का साथ है।
वहीं, दूसरी तरफ अमर सिंह भी लगातार सपा पर बयानबाजी करके चौतरफा हमले कर रहे हैं। इन हमलों से अखिलेश यादव मुश्किलों में घिरते नजर आ रहे है। पिता मुलालम और चाचा शिवपाल के साथ रिश्तों की सच्चाई तो किसी से छिपी नहीं है। तो इधर अमर सिंह हमले करके अखिलेश की मुश्किलें और बढ़ा रहे हैं। इतना ही नहीं सपा प्रवक्ता पंखुड़ी पाठक के पार्टी छोड़ने से अखिलेश की नीतियों पर सवालियां निशान लगा है।
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