BJP प्रत्याशी साध्वी प्रज्ञा ने दिया ATS चीफ की शहादत पर शर्मनाक बयान
भारतीय जनता पार्टी में बड़बोले और आपराधिक मामलों में आरोपी नेताओं की कोई कमी नहीं है। बड़ी बात ये हैं कि भाजपा ने ऐसे प्रत्याशियों को चुनाव में टिकट देकर अपनी जीत का दांव इन पर लगाया है। इसी कड़ी में मध्य प्रदेश के भोपाल संसदीय सीट से बीजेपी उम्मीदवारसाध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने 26/11 के हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे की शहादत पर शर्मनाक बयान दिया
जमानत पर रिहा साध्वी प्रज्ञा को भाजपा ने बनाया भोपाल से प्रत्याशी:
मालेगांव ब्लास्ट केस में जमानत मिलने के बाद रिहा हुई साध्वी प्रज्ञा ठाकुर ने कांग्रेस और एटीएस पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साध्वी का आरोप है कि कांग्रेस ने उन्हें पूरी तरह से खत्म करने का षडयंत्र रचा था। साध्वी ने एटीएस पर भी उन्हें अत्यधिक प्रताड़ित करने का आरोप लगाया है।
एटीएस चीफ की शहादत को बताया कर्मों की सजा:
भोपाल में मीडिया से बात करते हुए साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘एटीएस मुझे 10 अक्टूबर 2008 को सूरत से मुंबई लेकर गई थी। वहां 13 दिन तक बंधक बनाकर रखा गया। पुरुष एटीएस कर्मियों ने इस दौरान मुझे खूब प्रताड़ित किया. पूर्व एटीएस चीफ हेमंत करकरे को संन्यासियों का श्राप लगा और मेरे जेल जाने के करीब 45 दिन बाद ही वह 26/11 के आतंकी हमले का शिकार हो गए।’
कहा, उनकी गिरफ्तारी के 45 दिन बाद हेमंत करकरे का हुआ अंत:
प्रज्ञा का आरोप है कि 26/11 हमले में शहीद हुए एटीएस चीफ हेमंत करकरे को उनके कर्मों की सजा मिली. उनके कर्म ठीक नहीं थे, इसलिए उन्हें संन्यासियों का श्राप लगा था। साध्वी प्रज्ञा ने कहा, ‘जिस दिन मैं जेल गई थी उसके 45 दिन के अंदर ही आतंकियों ने उसका अंत कर दिया।’
संन्यासियों का श्राप लगा
एक सभा में साध्वी प्रज्ञा ने कहा, “वो जांच अधिकारी सुरक्षा आयोग का सदस्य था, उन्होंने हेमंत करकरे को बुलाया और कहा कि साध्वी को छोड़ दो। लेकिन हेमंत करकरे ने कहा कि मैं कुछ भी करूंगा लेकिन सबूत लाउंगा और साध्वी को नहीं छोड़ूंगा।”
(अन्य खबरों के लिए हमें फेसबुक पर ज्वॉइन करें। आप हमें ट्विटर पर भी फॉलो कर सकते हैं)