24 फरवरी को रूस-यूक्रेन युद्ध के तीन साल पूरे होने वाले हैं, लेकिन इससे पहले ही रूस ने यूक्रेन पर अब तक के सबसे बड़े ड्रोन हमलों में से एक को अंजाम दिया. यूक्रेनी अधिकारियों के अनुसार, रूस ने एक ही हमले में 267 ड्रोन दागे, जो अब तक का सबसे बड़ा हवाई हमला था.
यूक्रेन के कई शहरों को बनाया निशाना
रूसी हमले की चपेट में यूक्रेन के 13 से अधिक शहर आए. इनमें खार्कीव, पोल्टावा, सुमी, कीव, चेर्निहिव, मिकोलेव और ओडेसा शामिल हैं. यूक्रेनी वायु सेना के प्रवक्ता यूरी इगनात के अनुसार, रूस ने रिकॉर्ड संख्या में ड्रोन तैनात किए जिनमें से 138 को इंटरसेप्ट किया गया और 119 को जैम कर दिया गया. इसके बावजूद, हमले में रूस ने तीन बैलिस्टिक मिसाइलें भी दागीं, जिससे यूक्रेन के पांच शहरों को नुकसान पहुंचा.
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शांति वार्ता के बीच बड़ा हमला
यह हमला ऐसे समय हुआ जब यूक्रेन में चल रहे युद्ध को खत्म करने के लिए शांति वार्ता सऊदी अरब में आयोजित की गई, जिसमें अमेरिका और रूस शामिल थे. हालांकि इस बैठक में यूक्रेन को आमंत्रित नहीं किया गया, जिससे कई सवाल उठने लगे हैं. यूक्रेनी अधिकारियों और पश्चिमी सहयोगियों ने इस निर्णय पर असंतोष जताया है.
ज़ेलेन्सकी ने की तीखी प्रतिक्रिया
यूक्रेनी राष्ट्रपति वोलोदिमीर ज़ेलेन्सकी ने रूस के इस हमले की कड़ी निंदा करते हुए इसे “एरियल टेरर” करार दिया. उन्होंने अंतरराष्ट्रीय सहयोगियों से समर्थन की अपील की. कहा कि युद्ध की तीसरी वर्षगांठ से पहले रूस ने 267 ड्रोन लॉन्च किए, जो अब तक का सबसे बड़ा हमला है. ज़ेलेन्सकी ने यह भी बताया कि पिछले सप्ताह में रूस ने 1,150 ड्रोन, 1,400 से अधिक एरियल बम और 35 मिसाइलें यूक्रेन पर दागी थीं.
अमेरिका-रूस संबंधों में नया मोड़
रूस-यूक्रेन युद्ध के बीच अमेरिका और रूस के बीच तनाव बढ़ता जा रहा है. हाल ही में अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप और रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन के बीच बातचीत हुई. इस दौरान दोनों नेताओं ने युद्ध को समाप्त करने के संभावित तरीकों पर चर्चा की. क्रेमलिन ने इस बातचीत को सकारात्मक बताया और इसे रूस के अंतरराष्ट्रीय अलगाव के तीन साल बाद एक नई शुरुआत के रूप में देखा.
हालांकि, ट्रंप के कुछ बयानों ने विवाद भी खड़ा कर दिया. उन्होंने यूक्रेनी राष्ट्रपति ज़ेलेन्सकी पर निशाना साधते हुए दावा किया कि युद्ध की शुरुआत कीव ने की थी और ज़ेलेन्सकी का नेतृत्व अव्यवस्थित है. उनके इस बयान से यूरोप और कीव में चिंता बढ़ गई, खासकर उस बैठक के बाद जिसमें यूक्रेन को शामिल नहीं किया गया था.
युद्ध में नया मोड़
यूक्रेन पर रूस के बढ़ते हमलों और अंतरराष्ट्रीय राजनीति में हो रहे बदलावों के बीच यह संघर्ष और जटिल होता जा रहा है. पश्चिमी देशों के समर्थन के बावजूद यूक्रेन को नई चुनौतियों का सामना करना पड़ रहा है, जबकि रूस अपनी सैन्य ताकत दिखाने में कोई कसर नहीं छोड़ रहा है.