‘वर्दीवाला लुटेरा’: जुए के फड़ से 41 लाख हड़पने में थाना प्रभारी निलंबित, वीडियो वायरल होने पर कार्रवाई
वाराणसी के एक मामले को लेकर सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने कडी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने एक्स पर इसे पोस्ट किया और लिखा कि उप्र में फिल्म सिटी तो नहीं बनी, लेकिन फिल्म की रीयल लोकेशन शूटिंग शुरू हो गई. सारनाथ में हाई प्रोफाइल बिल्डिंग में खेले जा रहे हाई प्रोफाइल जुआ में हाई प्रोफाइल स्टाइल में एक छापा पड़ा और कोई माल लेकर नदारद हो गया. इस फिल्म का क्लाइमेक्स ये है कि देश के प्रधान संसदीय क्षेत्र के निकटस्थ हुई इस वारदात की हिस्सेदारी में असली दावा किसका होगा? यह रहस्य जानने के लिए देखते रहिए भाजपाई भ्रष्टाचार की धारावाहिक फिल्म : ‘वर्दीवाला लुटेरा’. तो आइए जानते हैं कि आखिर ऐसा क्याइ हुआ…
वर्दी पर दाग, इंस्पेक्टर की भूमिका संदिग्ध
दरअसल, वाराणसी में पहड़िया स्थित बहुमंजिली बिल्डिंग रुद्रा हाइट्स में जुआ खेल रहे व्यापारियों से 41 लाख रुपये हड़पने के मामले में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने सारनाथ थाना प्रभारी परम हंस गुप्ता को निलंबित कर दिया। पुलिस आयुक्त के अनुसार प्रथम दृष्टया इंस्पेकक्टलर की भूमिका संदिग्ध मिली है. इसलिए उनके खिलाफ कार्रवाई की गयी है. इस मामले की जांच एडीसीपी वरुणा जोन सरवणन टी को सौंपी गई है.
दूसरी तरफ घटना से संबंधित 12 मिनट का एक सीसीटीवी फुटेज रविवार को इंटरनेट मीडिया पर साझा किया गया, जो तेजी से वायरल हो रहा है. फुटेज में खाकी वर्दी पहने एक इंस्पेक्टर समेत दो लोग बिल्डिंग की लिफ्ट से दो बैग के साथ निकलते दिख रहे हैं. इंस्पेक्टर का साथी चौबेपुर क्षेत्र निवासी कथित पत्रकार बताया गया है.
जुए में हारने पर मुखबिरी का संदेह
सारनाथ थाना क्षेत्र के पहड़िया स्थित एक अपार्टमेंट के एक फ्लैट में गत सात नवंबर की रात शहर के कुछ बड़े व्यापारी जुआ खेल रहे थे. एक खिलाडी जुए में बडी रकम हार गया. आशंका है कि उसने ही इसकी मुखबिरी कर दी. इसके बाद आधी रात बाद एक इंस्पेक्टर अपने एक साथी के साथ अपार्टमेंट में कार से पहुंचा और लिफ्ट से फ्लैट में गया. इंस्पेक्टर के साथी ने फ्लैट में मौजूद व्यापारियों से खुद का परिचय मुख्यमंत्री के ओएसडी के रूप में दिया.
आरोप है कि दोनों ने जुआ खेल रहे व्यापारियों को तगड़ी कानूनी कार्रवाई का भय दिखाया और धमका कर मौके पर मिले 41 लाख रुपये दो बैग में रख लिए. हालांकि इस संबंध में किसी भी व्यापारी ने पुलिस के किसी अधिकारी या सारनाथ थाने में शिकायत नहीं की थी. इंटरनेट मीडिया पर मामला वायरल होने पर शनिवार को मामला अचानक चर्चा में आया तो पुलिस आयुक्त ने उसका संज्ञान लिया. इस संबंध में पुलिस आयुक्त मोहित अग्रवाल ने बताया कि अभी तक किसी ने शिकायत नहीं की है. मामले की गंभीरता को देखते हुए आईपीएस अफसर से जांच कराई जा रही है. जांच में जो तथ्य सामने आएगा, उसके आधार पर संबंधित लोगों के खिलाफ विभागीय और कानूनी कार्रवाई की जाएगी.
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पहले भी लग चुका है खाकी पर दाग
जिले में यह पहली कार्रवाई नहीं है. कमिश्नरेट के पुलिस कर्मियों पर डकैती, दुष्कर्म और भ्रष्टाचार जैसे गंभीर आरोपों को लेकर लगातार दो साल से शिकंजा कसा जा रहा है. 29 मई 2023 को भेलूपुर थाना क्षेत्र की एक कॉलोनी स्थित गुजरात की एक फर्म के कार्यालय से 1.40 करोड़ रुपये लूट लिए गए थे. इस मामले में तत्कालीन भेलूपुर थानाध्यक्ष रमाकांत दूबे सहित सात पुलिस कर्मियों पर कानूनी और विभागीय कार्रवाई की गयी थी. इसके बाद 24 जुलाई 2024 को तत्कालीन नदेसर चौकी इंचार्ज सूर्य प्रकाश पांडेय को 42.50 लाख रुपये की डकैती के आरोप में गिरफ्तार किया गया था.