जब मेरी नहीं सुन रहें अफसर तो जनता कि क्या…
स्थानीय अफसरों की कार्यशैली से आहत राज्य सरकार की कैबिनेट एवं जिले की प्रभारी मंत्री रीता बहुगुणा जोशी ने जन प्रतिनिधियों की शिकायत सुनने के बाद भरी बैठक में कहा कि ‘मैं तो इस जिले की प्रभारी मंत्री हूं, मेरे ही पत्रों का जवाब अधिकारी नहीं देते तो फिर आगे क्या बोलूं।
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ये कहने के बाद उन्होंने अफसरों को चेताया कि राज्य सरकार ने एक सर्कुलर जारी कर कहा है कि जनप्रतिनिधियों के माध्यम से मिलने वाली चिट्ठियों पर त्वरित कार्रवाई हो और उस कार्रवाई से संबंधित जन प्रतिनिधि को अवगत कराया जाए।
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लेकिन ऐसा इस जिले में नहीं हो रहा है। उन्होंने कहा कि नए वर्ष 2018 में ये उनकी पहली समीक्षा बैठक है, इसलिए वह उम्मीद करती हैं कि अब अधिकारी ऐसी गलतियां नहीं करेंगे और नए सिरे से अच्छा कार्य करेंगे।
कहा ये देखिए इनमें क्या कार्रवाई हुई है
गुरुवार को कलेक्ट्रेट सभाकक्ष में आयोजित बैठक में प्रभारी मंत्री ने पत्रांक सहित करीब आधा दर्जन पूर्व के पत्रों की सूची सौंपी, कहा ये देखिए इनमें क्या कार्रवाई हुई है,उस कार्रवाई से उन्हें अवगत कराया जाए।
दैनिक जागरण
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