UP STF की नींव रखने वाले अरुण कुमार और राजेश पांडेय का रिटायरमेंट आज, ऐसे किया था आतंक का सफाया
यूपी सरकार ने वर्ष 1998 में एसटीएफ का गठन किया था।
उत्तर प्रदेश के डीजीपी समेत 21 बड़े अधिकारी आज सेवानिवृत्त हो रहे है. इनमें यूपी एसटीएफ के संस्थापक अधिकारियों में शामिल रहे दो आईपीएस अरुण कुमार और राजेश पांडेय भी आज रिटायर हो रहे हैं। दोनों अधिकारियों के शानदार सेवाओं का आज आखिरी दिन है। अब भले ही ये पुलिस में काम नहीं करेंगे लेकिन प्रदेश पुलिस के उम्दा इतिहास का हमेशा हिस्सा रहेंगे और याद किए जाएंगे।
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ऐसे हुआ एसटीएफ का गठन
आपको बता दें कि ये वो अधिकारी है, जिन्होंने पूर्वांचल के सबसे दुर्दांत माने जाने वाले बदमाश श्रीप्रकाश शुक्ला का एनकाउंटर किया था। श्रीप्रकाश शुक्ला के खात्मे के लिए ही सरकार ने वर्ष 1998 में एसटीएफ का गठन किया था। जिसके बाद एसटीएफ ने यूपी के माफियाओं, रेलवे, पीडब्ल्यूएडी और अन्य विभागों के ठेकेदारों में चल रहे गैंगवार में शामिल बदमाशों का एक-एक करके सफाया किया। इन अधिकारियों ने प्रदेश से माफियाराज खत्म करके यूपी एसटीएफ को एक नई बुलंदियों पर पहुंचाया।
तेज तर्रार आईपीएस अरुण कुमार भी 1985 बैच के अफसर हैं और फिलहाल केंद्र में डेपुटेशन पर आरपीएफ के डीजी के पद पर तैनात हैं. कुख्यात श्रीप्रकाश शुक्ला के आतंक का सफाया करने के लिए उन्होंने ही अप्रैल 1998 में एसटीएफ की नींव रखी थी. एसटीएफ ने ही सबसे पहले मोबाइल और लैंडलाइन फोन की कॉल्स का सर्विलांस कर माफियाओं के नेटवर्क को तोड़ा था.
आईपीएस अरुण कुमार के साथ एसटीएफ में बेहतरीन काम करने वाले और श्रीप्रकाश के एनकाउंटर में शामिल राजेश पांडे भी आज रिटायर होंगे. वो डीजीपी मुख्यालय में आईजी हैं। यूपी एसटीएफ के यह दोनों आखिरी संस्थापक अधिकारी हैं। दोनों ने पुलिस सेवा का स्वर्णिम काल देखा है।
ये थी एसटीएफ की पहली स्पेशल टीम
स्पेशल टास्क फोर्स का मई 1998 में गठन किया गया। उसका मुखिया यूपी कैडर के आईपीएस अजयराज शर्मा को बनाया गया। अजयराज शर्मा के साथ आईपीएस अरुण कुमार, पीपीएस कैडर के राजेश पांडे, सत्येन्द्रवीर सिंह के अलावा सब इंस्पेक्टर श्यामाकांत त्रिपाठी और अविनाश मिश्र को शामिल किया गया। जिनकी मेहनत रंग लाई और गाजियाबाद के इंदिरापुरम इलाके में श्रीप्रकाश शुक्ल को उसके तीन साथियों के साथ ढेर कर दिया गया। वहीं एसटीएफ के फाउंडर सदस्यों में अजयराज शर्मा दिल्ली पुलिस कमिश्नर बन कर कई साल पहले रिटायर हो चुके हैं। सतेन्द्रवीर सिंह अलीगढ़ और जिलों के एसएसपी व एसपी रहकर रिटायर हुए हैं। श्यामाकांत त्रिपाठी नोएडा में इंस्पेक्टर रहे। उन्होंने पदोन्नति के बाद सीओ बनकर लखनऊ में कई सर्किल में काम किया और रिटायर हो चुके हैं। अविनाश मिश्रा भी रिटायर हो चुके हैं। बाकी संस्थापक सदस्यों में अब अरुण कुमार और राजेश पांडेय ही रह गए थे जो आज रिटायर हो रहे हैं।
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