चोटी कटवा का आतंक: कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए श्रीनगर में प्रतिबंध लागू
चोटी काटने की बढ़ती घटनाओं को लेकर अलगाववादियों द्वारा बुलाए गए बंद के दौरान कानून व्यवस्था बनाए रखने के लिए श्रीनगर शहर के कई हिस्सों में प्रतिबंध लागू किए गए। पुलिस ने कहा, “नौहट्टा, एमआर गंज, रैनावारी, खानयार, साफा कडाल, मैसुमा और क्रालखुद में प्रतिबंध जारी हैं।”
चोटी कटवा को मस्जिद कमेटी को सौंपे जनता
अलगाववादी नेताओं ने लोगों से अपील की है कि वे चोटी काटने वालों से खुद न निपटें और पकड़े जाने पर उन्हें मस्जिद कमिटी को सौंप दें।अलगाववादी नेताओं ने दोषियों को नहीं पकड़ पाने को लेकर पुलिस को निशाने पर लिया है।श्रीनगर शहर में दुकानें, परिवहन के साधन और शैक्षणिक संस्थाएं बंद रहीं। निजी वाहन हालांकि चल रहे हैं।
स्कूल कॉलेजों की परीक्षा रद्द
कश्मीर विश्वविद्यालय में शनिवार को होने वाली परीक्षाओं को टाल दिया गया है।बीते दो महीनों में कश्मीर घाटी में चोटी काटने की 120 से अधिक घटनाएं सामने आ चुकी हैं। चोटी काटने के शक के कारण भीड़ ने पर्यटकों, अनजान लोगों और यहां तक की कुछ मौकों पर सेना के जवानों की भी पिटाई की है।
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यूपी में भी आए थे कई मामले
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले चोटी कटने की ऐसी ही घटनाएं उत्तर प्रदेश में भी जोरों पर थी।चोटी कटवा का आतंक यूपी के गांवों में इस कदर फैल चुका था कि लोग रात को सोना भूल गए थे। चोटी कटवा के आतंक ने महिलाओं में इस कदर डर भर दिया था कि रात को महिलाएं आतंक के साए में जीने को मजबूर थीं। फिलहाल अब यूपी में पिछले काफी दिनों से ऐसी किसी घटना के बारे में नहीं सुना गया है।
दहशत में जी रहे हैं लोग
वहीं अब चोटी कटवा का आतंक जम्मू कश्मीर में पूरी तरह फैल चुका है और लोगों के बीच काफी दहशत है। लोगों का कहना है कि पुलिस इस मामले में कोई भी एक्शन नहीं ले रही है। इसी के चलते अलगाववादी नेताओं ने प्रदर्शन का आह्वान किया था जिसको देखते हुए पुलिस ने शहर में प्रतिबंध लगा दिया है।