फरुर्खाबाद में ऑक्सीजन की कमी से नहीं हुईं मौतें : प्रमुख सचिव
उत्तर प्रदेश के फरुर्खाबाद के सरकारी अस्पताल में 49 मौतों के मामले में उत्तर प्रदेश के प्रमुख सचिव चिकित्सा एवं स्वास्थ्य प्रशांत त्रिवेदी का कहना है कि फरुर्खाबाद में बच्चों की मौत के मामले में जिला मजिस्ट्रेट की रिपोर्ट गलत है। ऑक्सीजन की उपलब्धता की कोई कमी नहीं है।
स्वास्थ्य विभाग की टीम भेज कर जांच
बड़ी घटना पर सरकार की तरफ से सफाई देते हुए प्रमुख सचिव ने कहा, “अस्पताल में पर्याप्त ऑक्सीजन है और वहां ऑक्सीजन डिलीवरी सिस्टम ठीक है। उन्होंने कहा कि मजिस्ट्रियल जांच और सीएमओ, सीएमएस की जांचों में अलग-अलग तथ्य सामने आए हैं। हम अब मामले में लखनऊ से स्वास्थ्य विभाग की टीम भेज कर जांच कराने जा रहे हैं।”
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टीम की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जाएगी
त्रिवेदी सोमवार को मीडिया से बात कर रहे थे। त्रिवेदी ने कहा कि ऑक्सीजन की वजह से मौत की खबर और जांच गलत है। उन्होंने कहा कि तीन अधिकारियों को हटाया गया है, ताकि जांच सही से हो सके। उन्होंने बताया कि फरुर्खाबाद मामले में स्वास्थ्य निदेशक के नेतृत्व में एक टीम गठित की जा रही है। यह टीम तुरंत रवाना होगी और अपनी जांच रिपोर्ट सौंपेगी। टीम की रिपोर्ट के बाद कार्रवाई की जाएगी।
प्रशासन में आपसी तालमेल की कमी
त्रिवेदी ने कहा कि डीएम ने एफआईआर के आदेश दिए। प्रशासन में आपसी तालमेल की कमी दिखी। उन्होंने कहा कि सीएमओ और सीएमएस को इसलिए नहीं हटा रहे हैं कि कोई गलती हुई है, बल्कि उन्हें स्थानीय प्रशासन से तालमेल रखना चाहिए था। केवल टेलीफोन पर बात कर मजिस्ट्रियल जांच कर ली गई। इस एफआईआर के संबंध कोई कार्रवाई नहीं हो रही है। अब पहले जांच होगी फिर आगे कारवाई करेंगे।
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